श्रीचामुंडा नंदिकेश्वर धाम में चैत्र नवरात्र काे लेकर बैठक का आयाेजित

नरेश धीमान। योल

श्रीचामुंडा नंदिकेश्वर धाम मे शुक्रवार को 13 अप्रैल से 21 अप्रैल तक चलने वाले चैत्र नवरात्रों के लिए बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता मंदिर सहायक आयुक्त एवं एसडीम धर्मशाला हरीश गज्जू ने की। चैत्र नवरात्रि में लोक कल्याण विश्व शांति और समाज की सुख समृद्धि हेतु शतचंडी, रुद्राभिषेक, गायत्री जाप, भागवत पुराण रामायण कथा, चामुंडा गायत्री बीज मंत्र के पाठ किए जाएंगे, जिसमें 31 विद्वान पंडित व संस्कृत महाविद्यालय के 10 छात्र सहायक के रूप में पाठ करेंगे।

यज्ञ आयोजन हेतु यजमान जीतराम व परशराम को सहायक यजमान नियुक्त किया गया है। इसके अतिरिक्त चैत्र नवरात्रों के दौरान सफाई व्यवस्था का समस्त जिम्मेदारी पूर्व की भांति शुलभ इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन को दी गई है। चैत्र नवरात्रों के दौरान कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत मंदिर परिसर में डेढ साै रिजर्व पुलिस बल और 20 गृह रक्षकों को तैनात किया जाएगा। मंदिर में हर आने जाने वाले रास्तों पर सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाने का निर्णय लिया गया। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि चैत्र नवरात्रों की प्रबंध व्यवस्था 12 संबंधित विभागों को पत्र जारी किए जाएं। पार्किंग की व्यवस्था बडोई ग्राउंड तथा डाढ मेला ग्राउंड में की जाएगी। इसके लिए प्रधान ग्राम पंचायत डाढ व पद्दर पंचायत प्रधान को पत्र लिखा जाएगा।

यात्रियों को बारी-बारी दर्शन करने, दान को दान पात्रों में डालने, जेब कतरों से सावधान रहें। नदी के पास ना जाएं आदि की समय-समय पर अनाउंसमेंट करवाई जाएगी, ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना ना हो सके। इसके अतिरिक्त बैठक में कुछ अन्य निर्णय लिए गए, जिनमें मुख्यत आदि हिमानी चामुंडा मंदिर में नवरात्रों के दौरान शतचंडी दुर्गा पाठ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें न्यास के रामकृष्ण व अनिल गौड़ यजमान नियुक्त किए गए हैं। विवाह-शादियों का पंजीकरण मंदिर न्यास की ओर से किए जाने की शीघ्र व्यवस्था बनाई जाएगी तथा प्रतिवर्ष सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार की पूर्व की परंपरा को पुनज्ञ आरंभ किया जाएगा।

इस मौके पर मंदिर अधिकारी अपूर्व शर्मा, कनिष्ठ अभियंता सुरेश कुमार, संस्कृत महाविद्यालय के प्रधानाचार्य हरीश शर्मा, वरिष्ठ सहायक सुरेंद्र कुमार तथा मंदिर न्यास सदस्य हरिदत्त शर्मा, मुनीष सूद, कैलाश वालिया, संसार मित्र, अनिल गौड़, परश राम, हिमांशु अवस्थी, जीत कुमार व रामकृष्ण  के अतिरिक्त विभिन्न विभागों के अधिकारी व  कर्मचारी मौजूद थे।