प्रदेश सरकार के औद्योगिककरण के दावे नालागढ़ में हुए फेल

सुरिंद्र सिंह साेनी। नालागढ़

औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ के राजपुरा क्षेत्र मैं स्थित द्रीश शूज लिमिटेड उद्योग का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आपको बता दें कि हाल ही में द्रीश शूज कंपनी द्वारा अपने सैकड़ों कामगारों को बिना किसी नोटिस के उद्योग को बंद करने का मामला सामने आया था। कामगारों ने आरोप लगाया था कि उद्योग द्वारा न तो किसी कर्मचारी को लॉकडाउन के समय से वेतन दिया गया और बाद में यह कहकर उद्योग बंद कर दिया कि लॉकडाउन में उद्योग को खासा नुकसान हुआ है, जिसके चलते वे उद्योग को बंद कर रहे हैं।

  • कामगारों का बकाया वेतन दिए बगैर उद्योग प्रबंधन उद्योग बंद कर हुआ रफूचक्कर
  • ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस के बैनर तले नालागढ़ में द्रीश शूज उद्योग के कर्मियाें ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
  • बीबीएन में उद्योग मालिकों द्वारा कामगारों का लगातार हो रहा शोषण

इस पर कामगारों ने लेबर कोर्ट व एसडीएम नालागढ़ को लिखित तौर पर कामगारों के बकाया वेतन और ग्रैजुटी देने के बारे में कहा था, मगर उद्योग प्रबंधन द्वारा ना तो अभी तक कामगारों का बकाया वेतन उन्हें दिया और कोर्ट में केस जाने के बावजूद भी स्थानीय प्रशासन के नाक के तले उद्योग में रखा सामान रात के अंधेरे में उद्योग से निकाला जा रहा है, जिसके चलते आज सभी कामगारों ने ऑल इंडियन ट्रेड यूनियन कांग्रेस के बैनर तले एक रोष प्रदर्शन किया और एसडीएम नालागढ़ को ज्ञापन सौंपा मामले पर जानकारी देते हुए ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस के जिला सोलन अध्यक्ष सतीश शर्मा ने बताया कि द्रीश शूज उद्योग मालिकों द्वारा कामगारों को बिना किसी नोटिस के उद्योग बंद कर दिया और 4 माह का वेतन भी नहीं दिया। सरकार इस पर तुरंत कार्रवाई करें। वहीं, श्रम अधिकारी नालागढ़ ने कहा कि मजदूरों द्वारा उन्हें एक ज्ञापन सौंपा गया है, जो कि उच्च अधिकारियों तक पहुंचा दिया जाएगा।