उज्जवल हिमाचल। पालमपुर
चौसकु हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के 14 स्नातकोत्तर एवं पीएचडी विद्यार्थी अंतरराष्ट्रीय फसल अनुसंधान संस्थान अर्ध शुष्क उष्णकटिबंधीय हैदराबाद (आईसीआरआईएसएटी) का शैक्षणिक दौरा करेंगे। विद्यार्थियों को आईसीआरआईएसएटी हैदराबाद की उन्नत सुविधाओं और विशेषज्ञता से परिचित कराने के लिए यह दौरा रखा गया है।
बुधवार 14 से 19 दिसंबर तक कृषि महाविद्यालय के पादप रोग विज्ञान, कीट विज्ञान और पौध प्रजनन एवम अनुवांशिकी विभागों के 14 स्नातकोत्तर एवम पीएचडी विद्यार्थियों को चयनित किया गया है। आईसीएआर-एचएएचईपी-सीएएएसटी परियोजना द्वारा प्रायोजित इस शैक्षणिक कार्यक्रम में विद्यार्थी अत्याधुनिक सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।
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इस शैक्षणिक दौरे पर जाने से पहले 14 विद्यार्थियों ने विभागाध्यक्ष डा.वीके सूद, डा.डीके बनयाल और डा. आरएस चंदेल के साथ कुलपति प्रो.एचके चौधरी से मुलाकात कर उन्हें इस कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। प्रो.चौधरी ने विद्यार्थियों से कहा कि आईसीआरआईएसएटी में चना, मूंगफली, अरहर और बाजरा जैसी फसलों पर कीट जीनोमिक्स, ट्रांसजेनिक, जैव प्रौद्योगिकी, सूखा सहिष्णुता, रोग और कीट की गतिशीलता पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव पर अत्याधुनिक सुविधाएं हैं।
उन्होंने संस्थान का दौरा करने के इस शानदार अवसर के लिए छात्रों को बधाई दी और उन्हें विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि के रूप में कार्य करने के लिए कहा। उन्होंने उन्हें प्रत्येक सुविधा के बारे में जानने और वैज्ञानिकों के साथ बातचीत करने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि छात्रों को विभिन्न विषयों पर अपनी शंकाओं को दूर करने के लिए प्रश्न पूछना चाहिए और एक अच्छी छाप छोड़नी चाहिए ताकि उन्हें भविष्य में वहां काम करने का अवसर मिल सके।