दो गुज्जर समुदायाें की पराली से भरी ट्रालियां जली, एक घायल

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। इंदौरा

क्षेत्र में इस समय धान की कटाई का सीजन जोरों पर है, तो वहीं, गुज्जर समुदाय के लोग भी साल भर के लिए अपने पशुओं के लिए जगह-जगह जगह से पराली इकटठी करने में जुटे हुए हैं और अपने ट्रैक्टर ट्रालियों और अन्य सांधनों के माध्यम से दिन-रात एक कर जीमीदारों से पराली की खरीद कर अपने घरों में इकटठी कर रही है। वहीं, कल मंड क्षेत्र के दो गुज्जर समुदाय के लोगो की पराली से भरी ट्रालियों को आग लगकर जल जाने का मामला देखने को मिला है।

पहले मामले में जुम्मन पुत्र शतरदीन निबासी तेयोडा ने बताया के कल वो तेयोडा के पास ही पंजाब क्षेत्र में अपने परिवार सहित अपना ट्रैक्टर ट्राली लेकर पराली लेने के लिए गए और जब पूरी ट्राली लोड करके तेयोडा की ओर आने लगे, तो पराली से बिजली की तार टच हो गई और अचानक शॉट सर्कट होने से ट्राली को आग लग गई और जहां पर यह घटना घटी वहां पर आग पर काबू पाने के लिए पानी की व्यस्था नहीं थी और देखते ही देखते आग ने भयंकर रूप धारण
कर लिया।

इस दौरान जैसे ही पराली में बंधे रस्से को खोलने की कोशिश ट्रैक्टर को आगे पीछे करते हुए मेरी बाजू ट्राली के टायर के नीचे आ गई, जिसके चलते मेरी बाजू पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और इलाज के लिए मुकेरिया अस्पताल लाया गया है। वहीं, इस आगजनी से उनका ट्राली सहित 30 हजार से ऊपर नुकसान हुआ है। वहीं, एक अन्य मामले में गगवाल गांव के बिल्कुल मात्र 100 मीटर की दूरी पर पंजाब की सीमा में घर बनाकर रह रहे नून पुत्र रिमू निवासी महदपुर ने बताया कि वो गगवाल गांव से ट्रैक्टर ट्राली को किराए पर लेकर गांव महदपुर में ही पराली लोड करने गए और जब पराली लोड करके वापस घर आ रहे थे, तो अचानक पराली को आग लग गई।

बड़ी मुश्किल से बचाव करते हुए ट्राली को एक खुली जगह में ले जाकर खड़ा किया और ट्रैक्टर को ट्राली से समय रहते अलग किया और एक पानी की मोटर को चलाकर स्थानीय लोगो की मद्द से बाल्टियों से पानी ले जाकर आग पर काबू पाने की कोशिश की पर देखते ही देखते आग और तेज होती गई और ट्राली के टायरों को भी आग लग गई और देखते ही देखते टायर आग से जलकर स्वाह हो गए। इस आगजनी में पराली ओर ट्राली का कुल पचास हजार से ऊपर का नुकसान हुआ है।