शिक्षा से आते हैं सामाजिक बदलाव : प्रो. सिकंदर

एसके शर्मा। हमीरपुर
शिक्षा सामाजिक बदलाव का महत्वपूर्ण माध्यम है, यह समाज में बड़े परिवर्तनों की आधारशिला रखता है। नेताजी सुभाष चंद्र बोष स्मारक राजकीय महाविद्यालय हमीरपुर में हिप्र समाजषास्त्र सोसायटी के सौजन्य से आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमीनार/वेबीनार को बतौर मुख्यातिथि आनलाइल संबोधित करते हुए हिप्र विष्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण महाविद्यालयों में प्रवेश व शिक्षण दोनों का ही तरीका बदला है। इसके बावजूद शिक्षकों ने प्रवेश और परीक्षा में बेहतरीन सामंजस्य बिठाया है।

हमीरपुर कॉलेज में हुआ अंतरराष्ट्रीय वेबीनार का समापन

उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति आत्मनिर्भर भारत की दिशा में आने वाले समय में महत्वपूर्ण योगदान देगी। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में परंपरागत शिक्षा के साथ ही व्यवसायिक शिक्षा का समावेष छात्रों को रोजगार के बेहतर अवसर मुहैया करवाएगा। उन्होंने कहा कि सेमीनार के विविधि तकनीकी सत्रों में पढ़े गए पत्रों से किले निष्कर्ष समाज व देष के विकास में उपयोगी भूमिका निभाएंगे।
समापन सत्र में आनलाइन माध्यम से जुड़ी जम्मू विश्वविद्यालय की प्रो. विष्व रक्षा ने अपने व्याख्यान में कहा कि आजकल सूचना प्रौद्योगिकी मानव जीवन का संचालन कर रही है। चर्तमान समय में लोग मोबाइल नेटवर्क तलाषते रहते हैं पर मानव नेटवर्क नहीं। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी कम संवेदनशील होती जा रही है और उनमें मानवीय संवेदनाएं घटती जा रही हैं। आनलाइन माध्यम से ही जुड़े लखनऊ के बाबा भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के प्रो. मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि समाजषास्त्र बहुत ही वृह्द व व्यापक विषय है।उन्होंने इस विषय में हुए क्रमिक विकास की अवधारणा से अवगत करवाया। इससे पूर्व सेासायटी के महासचिव डा. मोहिंद्र सलारिया ने इस दो दिवसीय वेबीनार की रिर्पोट प्रस्तुत की। आयोजन सचिव डा. अमरजीत अत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वेबीनार में 8 तकनकी सत्रों में 60 शोध पत्र पढ़े गए व दो विषयों पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी भी आयोजित की गई। समापन समारोह में प्राचार्य डॉ. अंजू बत्ता सहगल ने इस आयोजन के सफल आयोजन के लिए सभी आयोजकों को बधाई दी। अंत में डॉ. बत्ता ने वेबीनार में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए।