उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा
कृष्ण शर्मा मुंबई तिलक नगर के निवासी हैं, उनकी मां बज्रेश्वरी (Maa Brijeshwari) के प्रति अटूट आस्था है। कृष्ण शर्मा का कहना है कि साल 2010 में एक मित्र के माध्यम से मां बज्रेश्वरी के दर पर प्रथम बार आना हुआ, यहां आने के उपरांत मन को एक असीम शांति मिली और मन में मां के भक्तों के लिए लंगर लगाने का मां की कृपा से विचार आया।
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उन्होने बताया कि मैंने पहली बार साल 2010 में मां के भक्तों के लिए लंगर लगाया था और तब से लेकर आज तक यह क्रम मां की कृपा से लगातार चलता आ रहा है। उनके द्वारा यह लंगर वर्ष में आने वाले शरद कालीन और ग्रीष्मकालीन दोनों नवरात्रों के दौरान लगाया जाता है।
कृष्ण शर्मा लंगर का सारा सामान मुंबई से ही अपने साथ लेकर आते हैं। मंदिर प्रशासन द्वारा उन्हें प्रशस्ति पत्र दिया गया है। कृष्ण शर्मा का कहना है कि मां के सब भक्तों पर और उन पर हमेशा ऐसे ही माता रानी अपनी कृपा बरसाती रहे। जिससे वह इसी तरह हर वर्ष मां के भक्तों के लिए लंगर लगाते रहें।