खबर भी असर भी : नर्सों द्वारा होम क्वांटराईन होने का मामला, ड्यूटी पर पहुंची नर्सें

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

जिला मंडी के सुंदरनगर सिविल अस्पताल में बीते कल नर्सों द्वारा एक महिला की डिलिवरी करवाने के बाद होम क्वांटराईन होने का फरमान सुनाने का मामला सामने आया था। इस मामले को “उज्जवल हिमाचल” द्वारा पिछले कल 28 मई को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। वहीं, खबर प्रकाशित होने के बाद आज (शुक्रवार) को संबंधित नर्सों द्वारा होम क्वांटराईन में जाने के अपने निर्णय को त्याग कर अस्पताल में इवनिंग ड्यूटी पर आ गई हैं। पुष्टि करते हुए एसएमओ सुंदरनगर चमन सिंह ठाकुर ने कहा कि मामले में मेडिकल स्टाफ अपनी ड्यूटी पर आ गया हैं।

उन्होंने कहा कि नर्सों को प्रसूता महिला के सुंदरनगर आने वाले दिन ग्रीन जोन से आने को लेकर बताया गया था। उन्होंने कहा कि उन्हें महिला द्वारा अपना क्वांटराईन पीरियड पूरा करने के दौरान कोरोना वायरस को लेकर कोई भी लक्षण नहीं आने की जानकारी भी दे दी गई थी। चमन ठाकुर ने कहा कि सरकार व विभागीय आदेशों के आधार पर इस महिला के मामले में नर्सों को होम क्वांटराईन में जाने की कोई जरूरत नहीं थी।

उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन सरकार व विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी के आधार पर अपना पूरा कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के मद्देनजर गायनी वार्ड में तैनात स्टाफ को पीपीई किट्स मुहैया करवा दी गई है। बता दें कि बीते कल वीरवार को सिविल अस्पताल सुंदरनगर में तैनात 4 नर्सों ने अपने फरमान से अस्पताल प्रबंधन को भी सकते में डाल दिया था।

मामला क्वांटराईन पीरियड पूरा कर चुकी गर्भवती महिला द्वारा एक बेटी को जन्म देेेने के बाद शुरू हुआ। मामले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा महिला का हरियाणा के गुरुग्राम से आने को लेकर एतिहातन तौर पर कोविड-19 सेंपल लिया गया, लेकिन डिलीवरी करवाने वाली अस्पताल की नर्सों ने अपनी सुरक्षा को लेकर शुक्रवार शाम तक सेंपल की रिपोर्ट आने तक होम क्वारंटाइन होने का निर्णय लिया गया था।

मामले में सुंदरनगर की यह महिला 10 मई को गुरुग्राम से लौटी थी और इस महिला का क्वारंटाइन पीरियड 24 मई को पूरा हो चुका है। महिला को गुरुग्राम से आए हुए 18 दिन हो चुके हैं और विभाग ने एहतियान तौर पर महिला का सेेंपल लेकर उसे जांच के लिए कोविड अस्पताल नेरचौक भेजा गया है।