सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत, 2555 अध्यापकों को बड़ी राहत : निशा ठाकुर

उमेश भारद्वाज। मंडी

एसएमसी एसोसिएशन जिला मंडी ने सुप्रीम कोर्ट के एसएमसी अध्यापकों के हक में फैसले का स्वागत किया है। सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल हाईकोर्ट द्वारा एसएमसी शिक्षकों की नियुक्ति को खारिज करने के फैसले को पलट दिया है। सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में एसएमसी शिक्षकों की नियुक्ति को मान्यता देते हुए इसे सही ठहराया है। एसएमसी एसोसिएशन मंडी उपाध्यक्ष निशा ठाकुर ने कहा कि पिछले कल सुप्रीम कोर्ट के द्वारा लिए गए फैसले का स्वागत करती हूं, जिसमें 2555 अध्यापकों को बड़ी राहत दी गई।

14 अगस्त कोहाईकोर्ट के द्वारा एसएमसी पॉलिसी को गैरकानूनी घोषित किया गया था, जिसके चलते अब सुप्रीम कोर्ट के द्वारा हाइकोर्ट के उस फैसले पर रोक लगा दी गई। उन्होंने समस्त अध्यापकों की ओर से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर का भी आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इस फैसले के बाद हिमाचल में विभिन्न क्षेत्रों के स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे 2555 एसएमसी अध्यापकों ने सुकून की सांस ली है।

इस मामले को हाइकोर्ट में इस आधार पर ले जाया गया था कि इस एसएमसी अध्यापक भर्ती में नियुक्तियां गैरकानूनी हैं, इसमें भर्ती व पदोन्नति नियमों को भी किया गया था। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने नियुक्तियों को रद्द करने व 6 महीने में दोबारा नियमानुसार भर्ती के आदेश दिए थे। जिसके बाद ये मामला शिक्षकों द्वारा सुप्रीम कोर्ट में इस दलील के साथ ले जाया गया कि उनका चयन हिमाचल सरकार द्वारा नियमानुसार किया गया है तथा वे हिमाचल के दुर्गम से दुर्गम क्षेत्रों में 2012 से लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

लंबे समय से उनकी सेवायों को देखते हुए उनको नियमित किया जाना चाहिए न कि उनकी सेवाओं को रद्द किया जाना चाहिए। उसके बाद ही सुप्रीम कोर्ट ने एसएमसी अध्यापकों के पक्ष में फैसला सुनाया है। एसएमसी एसोसिएशन जिला मंडी के अध्यक्ष दुष्यंत शर्मा उपाध्यक्ष निशा ठाकुर, कमला यादव, लक्ष्मी, वीना, शालिनी, पितांबर, खेमराज शर्मा, जया व यादव चौहान सहित अन्य ने भी सुप्रीमकोर्ट के इस फैसले का स्वागत करते हुए धन्यवाद किया है।