नई शिक्षा नीति और 9वीं से 12वीं तक की परीक्षाओं के फैसले का शिक्षक महासंघ ने किया स्वागत

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। शिमला

हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ ने हिमाचल प्रदेश में नई शिक्षा नीति 2020 के तहत स्कूलों में कक्षा 9वीं से 12वी तक की परीक्षाओं को लेकर शिक्षा बोर्ड द्वारा निकाले आदेशो का स्वागत करता है। हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के प्रांत अध्यक्ष पवन कुमार, प्रान्त संगठन मंत्री पवन मिश्रा, प्रान्त महामंत्री विनोद सूद, प्रान्त मीडिया प्रभारी दर्शन लाल, प्रान्त उपाध्यक्ष डॉ मामराज पुंडीर, विजय कंवर भीष्म ने एक सयुंक बयान में कहा कि इस परीक्षा प्रणाली से प्रदेश के बच्चे में होने वाले मनोवैज्ञानिक द्वबाब को कम करने का काम करेगा। परीक्षा प्रणाली को लागू करने वाला हिमाचल देश का सिरमौर बन गया है।

देश मे नई शिक्षा नीति के तहत साल में परीक्षा को दो बार करवाने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ मामराज पुंडीर ने कहा कि प्रदेश में 9वीं कक्षा से 12 वीं कक्षा की परीक्षा को दो बार करवाने से बच्चों के ऊपर पढ़ने वाले मानसिक दबाव को कम करने का काम करेगा। परीक्षाओं के साथ साथ स्कूल स्तर में होने वाली एक्टिविटी पर भी नजर रहेगी और एक्टिविटी में भाग लेने वाले बच्चों का सही आकलन होगा। डॉ मामराज पुंडीर ने कहा कि साल में परीक्षाओं को दो भागों में बांटने से बच्चों को अपने स्तर को सुधारने का मौका मिलेगा।

यदि पहली परीक्षा में बच्चों के मार्क्स कम आते है तो अगली परिक्षा में इम्प्रूव कर सकते है। परीक्षा प्रणाली को लागू करने से निजी और डम्पी एडमिशन पर रोक लगेगी। क्योकि विद्यार्थियों को परीक्षा के लिए एक्टिविटी में मिलने वाले नम्बरो को भी जोड़ा जाएगा। और यह तभी मिलेंगे जब बच्चा स्कूल में उपस्थित रहेगा। हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के मानना है कि प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में शिखर पर पहुचाने ओर बच्चों के मानसिक स्तर के साथ साथ विकास हेतु नई शिक्षा नीति को लागू करना है इस परीक्षा प्रणाली के तहत स्कूलों में बच्चों को हिमाचल प्रदेश के रीति रिवाज, इतिहास, महापुरुषों की कहानियों से अवगत करवाया जाएगा।