बदतर जिंदगी जीने को मजबूर है ग्राम पंचायत चौंतड़ा के दंपति, कभी भी गिर सकता है मकान

जतिन लटावा। जोगिंद्रनगर

जुल्मा देवी बोल नहीं पाती हैं और सुनाई भी कम देता है। पहले यह परिवार आईआरडीपी था लेकिन वर्तमान में सूची में शामिल नही किया गया है। इस संदर्भ में जब हमारी बात पंचायत प्रधान और उपप्रधान ग्राम पंचायत चौतडा़ बंदना देवी और रेवतराम से हुई तो उन्होंने कहा कि पूर्व में रहे पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा इस परिवार को आईआरडीपी सूची में शामिल नहीं किया गया है।

यह दंपति बेहद ही बुरी स्थिति में जीने को मजबूर है। घर जर्जर स्थिति में है कभी भी मकान गिर सकता है इसके साथ ही मकान के अंदर पूरी तरह से चारों तरफ गंदगी फैली हुई है, जबकि भारी बारिश के कारण पानी पूरी तरह से मकान के अंदर पहुंचता है। स्थानीय लोगों ने भी प्रदेश सरकार और विभागीय अधिकारियों से अपील की है कि इस परिवार की ओर अपना ध्यान दिया जाए। यह बुजुर्ग दंपति किसी तरह का कोई काम नही कर सकता है। दिन भर इधर-उधर लोगों से खाना इनके द्वारा मांगा जाता है तभी अपना भरण पोषण करते हैं तो आखिरी कौन इस तरह के लोगो का सहारा बनेगा।