सोलन में लंपी वायरस का कहर, इतने पशुओं की मौत

सुरेन्द्र सिंह सोनी। नालागढ़

जिला सोलन में लंपी वायरस जानलेवा होने लगा है। पशुओं में फैलने वाले इस संक्रमण से जिला सोलन में अभी तक 54 गौवंश की मौत हो चुकी है। वहीं 2800 से अधिक मामले संक्रमित पाये गये हैं। सर्वाधिक मामले धर्मपुर क्षेत्र में है। उसके बाद नालागढ में भी यह सक्रंमण अपने पांव पसार चुका है।

नालागढ़ उपमंडल में तकरीबन 1092 मामले आ चुके है और 17 गौ वंश की लंपी वायरस से मौत हो चुकी है।
नालागढ़ उपमंडल में तकरीबन 650 पशुओं का टीकाकरण विभाग द्वारा किया जा चुका है। पशुपालन विभाग के उपनिदेशक भरत भूषण गुप्ता ने बताया कि मक्खी मच्छरां से अपने पशुओं को बचाएं व गौशालाओ में चूने इत्यादी से लिपाई करें।

साथ ही पशुओ में चिडन ना पडने दे। तभी इस संक्रमण से बचा जा सकता है। इस बिमारी में करीब 20 प्रतिशत मृत्यु दर है। मीडिया से बात करते हुए पशु पालन विभाग के उपनिदेशक भरत भूषण गुप्ता ने बताया कि जिला में 2800 के करीब मामले लंपी वायसर के पाये गये हैं। इसमें सभी गौंवंश है।

भैंसो में अभी तक यह बिमारी सामने नहीं आई है। उन्होंने कहा कि 619 गौंवंश इस बिमारी से ठीक हो गए है। 2159 पशु अभी भी इस बिमारी से संक्रमित है। उन्होंने कहा कि गौशालाओं की साफ-सफाई व मक्खी-मच्छर से पशुओं को बचाएं तब ही इस बिमारी से बचा जा सकता है। अभी तक जिस तरह के लक्षण पशुओं में दिख रहे है, उसी का इलाज किया जा रहा है। अभी तक इस वायरस का कोई लाभकारी टीका नहीं आया है।

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