राम मंदिर निर्माण में इस्तेमाल होगा छोटी काशी का पवित्र जल व मिट्टी

राजीव ठाकुर। मंडी

कई सदियों के बाद जो हिंदू धर्म के लोगों को अपने आस्था के प्रतीक भगवान श्री रामचंद्र के मंदिर के निर्माण का जो इंतजार था वह अब पूरा होने जा रहा है । अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर के निर्माण हेतु विशेष पूजा व रुद्राक्ष एक किए जा रहे हैं । मंदिर निर्माण के लिए छोटी काशी के ऐतिहासिक मंदिरों की मिट्टी और पवित्र झीलों और नदियों का पानी भेजा जाएगा । मंडी में पत्रकारों को संबोधित करते हुए विश्वा हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष हरमीत सिंह बिट्टू ने यह शब्द कहे । उन्होंने कहा कि हिमाचल व छोटी काशी के लिए यह गर्व की बात है की युद्ध में निर्मित होने जा रहे विद्या मंदिर के लिए यहां का पवित्र जल व मिट्टी इस्तेमाल होगी हिमाचल देवभूमि है तथा यह देवभूमि विभिन्न ऋषि.मुनियों वह स्वयं भगवान शिव की तपोस्थली रही है । जब राम मंदिर के निर्माण को लेकर अनेक आंदोलन हुए तो उसमें हिमाचल का भी अहम योगदान रहा । लंबे अंतराल के बाद भगवान राम को भव्य मंदिर में विराजमान किया जाएगा तथा इस मंदिर निर्माण में विश्वा हिंदू परिषद तन मन धन से सहयोग करेगी।

जिला मंडी विश्व हिंदू परिषद ने केंद्र व प्रांत के निर्देशानुसार त्रिवेणी संगम रिवालसर जेल जिसके किनारे बौद्ध धर्म के गुरु पदम संभव हिंदू धर्म के ऋषि लोमस तथा सिख पंथ के दसवें गुरु सतगुरु गोविंद सिंह जी ने यहां तक किया था । इसके चलते बौद्ध धर्म का गोम्पा लोमश ऋषि मंदिर और गुरु गोविंद सिंह गुरुद्वारा रिवालसर की मिट्टी वह जेल का पवित्र जल लाया गया है। इसके अलावा ऋषि प्राप्त की तपोस्थली पराशर झील का जल मिट्टी माता भीमा काली मंदिर की मिट्टी ऐतिहासिक गुरुद्वारा पंडल की मिट्टी जगन्नाथ मंदिर और श्री राम मंदिर सत बाला कामेश्वर मंदिर हनुमान मंदिर नाथ चला और बाबा भूतनाथ मंदिर की मिट्टी अयोध्या भगवान श्री राम मंदिर के निर्माण हेतु भेजी जाएगी । जल्द ही कोरियर के माध्यम से या तमाम पवित्र सामग्री अयोध्या पहुंच जाएगी । इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद जिला मंडी के मंत्री विशाल ठाकुरए, जिला गौ सेवा सह प्रमुख राजेश शर्मा सहित अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे ।