राजशाही मानसिकता है कर्मचारियों पर डंडा चलाने का ख्वाब रखनाः राकेश शर्मा

राजशाही मानसिकता है कर्मचारियों पर डंडा चलाने का ख्वाब रखना : राकेश शर्मा

हिमाचल प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी राकेश शर्मा ने कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह के उस बयान पर जमकर हमला बोला है जिसमें उन्होंने अधिकारियों पर डंडा चलाने की बात कही है। राकेश शर्मा ने कहा कि देश में रजवाड़ाशाही भले ही खत्म हो चुकी है लेकिन पूर्व राजघरानों से संबंध रखने वाले कुछ लोग खुद को आज भी राजकुमार समझते हैं और कर्मचारियों को अपना नौकर। उन्होंने कहा कि यह हम नहीं कह रहे बल्कि हिमाचल कांग्रेस के राजकुमार की ओर से लगातार दिए जा रहे बयानों से झलक रहा है।

राकेश शर्मा ने कहा कि कहा कि विक्रमादित्य सिंह को लगता है कि देश और हिमाचल में राजशाही चल रही है और यहां कि जनता उनकी गुलाम है। उन्होंने कहा कि यह पहला मौका नहीं हिमाचल कांग्रेस के इन राजकुमार ने इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल कर्मचारियों के लिए किया हो।

मीडिया प्रभारी राकेश शर्मा ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह द्वारा दिए गए बयानों को जनता के समक्ष रखा। विक्रमादित्य सिंह ने कर्मचारियों के लिए कहा था, आपके परिवार पर मेरी गिद्ध जैसी नजर है, सरकार बनने के पर आपको पटक-पटकर प्रदेश के कोने-कने में भेजा जाएगा। रोहड़ू में बीजेपी नेत्री के लिए कहा था, बीजेपी नेत्री ठेकेदारों की गोद में बैठी हुई है।

यह खबर भी पढ़ेंः कोटशेरा कॉलेज में SFI ओर ABVP के कार्यकर्ताओं के बीच खूनी झड़प

उन्होंने कहा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के लिए कहा था जयराम किस खेत की मूली हैं। अब विक्रमादित्य सिंह ने फिर से कर्मचारियों-अधिकारियों के लिए कहा कि सरकार चलाने के लिए डंडे की जरूरत होती है, अधिकारियों पर डंडा नहीं चलेगा तो सरकार नहीं चलेगी। राकेश शर्मा ने विक्रमादित्य सिंह से पूछा कि यह कैसी मानसिकता है जहां इंसान को इंसान नहीं समझा जा रहा। पहले आप अधिकारियों को खुलेआम धमकियां देते हैं और फिर बाद में कहते हैं कि हम तो मुहावरे इस्तेमाल कर रहे थे या फिर मीडिया पर ही बयान तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगा देते हैं।

यह अच्छा तरीका है कि पहले कुछ भी कहो और फिर उसका दोष दूसरों पर मढ़ दो। उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य भूल गए कि भारत और हिमाचल में लोकतांत्रिक व्यवस्था है, यहाँ हर एक नागरिक का सम्मान है। विक्रमादित्य इससे पहले भी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ अमर्यादित बयान दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य अपनी भाषा पर लगाम लगाएं और स्वीकार करें कि वह किसी राजतंत्र में नहीं बल्कि लोकतंत्र में रहते हैं जहां जनता सर्वोपरि होती है। और यह जनता जानती है कि उस पर डंडा चलाने का ख्वाब रखने वाले को कैसे जवाब देना है।

धर्मशाला ब्योरो रिपोर्ट।

हिमाचल प्रदेश की ताजातरीन खबरें देखने के लिए उज्जवल हिमाचल यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब करें।