गो बैक के नारों से बौखलाए मंत्री, जनता को सुना दी खरी-खौटी

उमेश भारद्वाज। सरकाघाट
हिमाचल की जयराम सरकार में जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर को अपने ही गृह जिला में लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। मंत्री महेंद्र सिंह मंडी जिले के सरकाघाट क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे थे, यहां लोगों ने उनका विरोध किया।
क्षेत्र के दौरे पर आए मंत्री महेंद्र ठाकुर को जब लोगों ने अपनी समस्याएं सुनानी चाही और उनका घेराव किया तो मंत्री जी ने लोगों से बात करने से मना कर दिया। इसके बाद लोग गुस्सा हो गए और उन्होंने महेंद्र सिंह गो बैक के नारे लगाने शुरू कर दिए। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है।

सरकाघाट में जनता के गुस्से के सामने जल शक्ति मंत्री ने खोया आपा

समस्या पर उचित जवाब न मिलने पर गुस्साई जनता ने लगाए नारे
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर का वीडियो

दरअसल, धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाली परसदा हवाणी पंचायत के तहत आने वाले दमसेड़ा में जलशक्ति मंत्री को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। मंत्री यहां नबाही वार्ड के जिला परिषद प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार करने आए थे। उसी समय कुछ लोगों ने दमेसड़ा में अपनी समस्याओं को लेकर मंत्री से बात करनी चाही, लेकिन उन्होंने इस बारे में बात करने से मना कर दिया। इसके बात स्थानीय लोग भड़क गए और उन्होंने मंत्री के खिलाफ गो बैक के नारे लगाना शुरू कर दिए। स्थानीय लोगों का कहना है कि समसाई गांव से दमसेड़ा के लिए बनाई जा रही सड़क 1998 से बन रही है, लेकिन उसे आज तक पूरा नहीं किया जा सका है। अगर यह सड़क बन जाती है तो यहां के सैकड़ों बाशिदों को इसका लाभ पहुंचेगा। लोगों का कहना है कि हम इसी को लेकर मंत्री जी से बात करना चाहते थे, लेकिन मंत्री जी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इस दौरान दोनों पक्षों में तनाव की स्थिति बन गई। लोगों की कुछ बातें मंत्री को भी रास नहीं आई और उन्होंने भी लोगों को कुछ बातें सुना दी।

विवाद बढऩे के साथ ही मौके पर नारेबाजी शुरू हो गई और मंत्री को वहां से जाना पड़ा गया। अब इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। 47 सैकंड के वीडियो में कुछ लोग मंत्री से कह रहे हैं कि वह अपनी समस्या उनको नहीं बताएंगे तो और किसे बताएंगे। वे उनको वोट देते हैं. लोगों ने मंत्री पर यह भी आरोप कि उन्होंने सरकाघाट क्षेत्र के साथ भेदभाव किया है। सरकाघाट का रोजगार छीना और अपने धर्मपुर क्षेत्र के लोगों को ही रोजगार दिया है।