टीसीपी विभाग का सर्वे बना लोगों के गले की फां*स…! गांव शहर और शहर बना दिया गांव

मानचित्र में सैंकड़ों गलतियां देख नगर परिषद की टीम भी परेशान.....

नगर परिषद अध्यक्ष सहित अन्य पार्षदों ने उठाई मांग, कहा- क्षेत्र का फिर से करवाया जाए सर्वे

उज्ज्वल हिमाचल। मंडी

हिमाचल प्रदेश की सबसे बड़ी नगर परिषद सुंदरनगर के अंतर्गत भूमि मालिकों की जमीनों और मकान संबंधी हर जानकारी मानचित्र पर दर्शाने के लिए टीसीपी विभाग द्वारा करवाया गया सर्वे लोगों के गले की फांस बन गया है। विभाग द्वारा एक निजी कंपनी द्वारा करवाए गए सर्वे में कुछ एक गलतियां नहीं हैं लेकिन इस सर्वे में गलतियों का भंडार लग गया है। गांव की जमीन शहर और शहर की जमीन गांव में दर्शा दी गई है। एक व्यक्ति का मकान किसी दूसरे के नाम बता दिया गया है। किसी भूमि का खसरा नंबर तक किसी दूसरी भूमि का चढ़ा दिया गया है।

इस सर्वे के बाद जब नगर परिषद को आपत्तियां दर्ज करवाने के लिए कहा गया तो सर्वे के बाद तैयार मानचित्र में सैंकड़ों गलतियां देख नगर परिषद की टीम भी परेशान हो गई। मामले में नगर परिषद सुंदरनगर अध्यक्ष जितेंद्र शर्मा ने सभी पार्षदों की उपस्थिति में कहा कि मानचित्र में नगर परिषद क्षेत्र में बहुत से भूमि मालिकों के नाम गलत दर्शाए गए हैं। मलकियत भूमि को सरकार भूमि बता दिया गया है। काफी संख्या में मकान मालिकों के नाम ही गलत लिख दिए गए हैं। संपत्तियों को भी रिकार्ड में दर्ज नहीं किया गया है और मकान संख्या दर्ज नहीं की गई है। इसके साथ ही काफी संख्या में भूमि के खसरा नंबरों सहित मकानों की पैमाइश भी गलत दर्शाई गई है।

लोगों की पैरों तले खिसक गई जमीन

उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा जब सर्वे के बाद तैयार मानचित्र को देखा गया तो उनके पैरों तले जमीन ही खिसक गई। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा जिस कंपनी द्वारा सर्वे करवाया गया। कंपनी या विभाग ने नगर परिषद सुंदरनगर और राजस्व विभाग को बिना विश्वास में लिए ही इस कार्य को पूरा कर दिया। जानकारी के अभाव में किए सर्वे के कारण अब लोगों की समस्याएं बढ़ गई हैं। उन्होंने टीसीपी विभाग से सर्वे को फिर से करवाने और नगर परिषद सहित राजस्व विभाग को विश्वास में लेने की मांग की है।

संवाददाताः उमेश भारद्वाज

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