कोरोना काल के बीच बड़सर में होंगी 22 भागवत

कोविड प्रोटोकॉल के तहत रसोइयों के किए जाएंगे टेस्ट

हमीरपुर । एसके शर्मा

एक तरफ प्रदेश में कोरोना फिर से फन उठाने लगा है। वहीं, दूसरी ओर विवाह शादियों और भागवत कथाओं का दौर भी शुरू होने जा रहा है। जानकारी के अनुसार अभी तक उपमंडल बड़सर प्रशासन के पास 22 भागवत आयोजन की ऑनलाईन परमिशन मांगी गई है। बताते चलें कि पूरे देश के साथ साथ हिमाचल में कोरोना काफी रफ्तार से बढऩे लगा है। नए स्ट्रेन का फैलाव काफी तेजी से हो रहा है तथा इसकी चपेट में युवाओं के साथ साथ बच्चे भी आने लगे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो आजकल बिना मास्क घरों से निकलना व शोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन न करना जानलेवा साबित हो सकता है, लेकिन फिर भी सार्वजनिक परिवहन के साधनों में तथा धार्मिक आयोजनों में ये नियम टूटते नजर आ जाते हैं।

चिंता की बात ये है कि आगामी महीनों में विवाह शादियों का दौर शुरू होने वाला है तथा धार्मिक आयोजन भी किये जाने हैं। हालांकि प्रशाषन द्वारा समारोहों के आयोजन को लेकर ऑनलाइन परमिशन व रसोइयों के लिए कोविड टेस्ट की शर्त रखी गई है लेकिन परमिशन के बाद समारोहों में नियमों का कितना पालन होता है ये सभी जानते हैं। धार्मिक व विवाह समारोहों में शोशल डिस्टेंसिंग,सेनिटाइजेशन व मास्क के नियमों का पालन मुश्किल से ही हो पाता है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आगामी कुछ दिनों में ही उपमंडल बड़सर के अलग अलग इलाकों में 22 भागवत आयोजित किए जाने हैं। उपमंडल बड़सर के गांव लफऱाण में 52 वर्षीय महिला कोरोना से दम तोड़ चुकी है। उसके बाद किये गए कोविड टेस्ट में इसी गांव के 17 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। इसलिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि लोगों को खुद अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए।

उधर, बीएमओ बड़सर डॉ नरेश कुमार ने बताया कि कोरोना का नया स्ट्रेन काफी तेजी से फैल रहा है। इससे बचाव के लिए कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाना अति आवश्यक है।