अरे वाह! हर कोई बोला, यही हैं असली मुख्यातिथि

अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की तीसरी सांस्कृतिक संध्या में जनता ने की प्रशासन की तारीफ

उमेश भारद्वाज। मंडी
जहां सभी बड़े आयोजनों में प्रशासन के द्वारा किसी न किसी बड़ी शख्सियत को बतौर मुख्यातिथि बनाने की होड़ मची रहती है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की तीसरी सांस्कृतिक संध्या में मुख्यातिथियों को देखकर हर कोई हैरान रह गया और मंंडी प्रशासन की जमकर तारीफ करने लग गया।

दरअसल मंडी जिला प्रशासन ने महोत्सव की तीसरी सांस्कृतिक संध्या में उन 6 लोगों को बतौर मुख्यातिथि बुलाया जिन्होंने कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान संक्रमण के कारण मरे लोगों के अंतिम संस्कार किए थे और आज तक कर रहे हैं। इनमें भंगरोटू के विकास वर्मा, रत्ती के बीरी सिंह, बीरलाग के रोशन लाल, कठलग के महेंद्र सिंह, राजगढ़ के ललित कुमार और मुरहाग के चमन लाल शामिल हैं।

कोरोना काल में किए थे संक्रमण से मरे लोगों के शवों के दाह संस्कार

कोरोना के कारण जब लोगों की मौतें हुई तो इन 6 लोगों ने उनके अंतिम संस्कार किया। अब तक यह लोग 155 से अधिक शवों के अंतिम संस्कार कर चुके हैं। इन कोरोना योद्धाओं को महोत्सव की तीसरी सांस्कृतिक संध्या में बतौर मुख्यातिथि बुलाकर जिला प्रशासन ने एक ऐतिहासिक कार्य किया है। डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने इन सभी को मंच पर शॉल, टोपी और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया और इनकी सेवाओं के लिए इनका आभार जताया।

कोरोना योद्धा विकास वर्मा ने बताया कि कोरोना काल में करवाचौथ से लेकर दीपावली तक के त्यौहार इन्होंने शमशानघाट में चिताओं के साथ मनाए हैं। आज जो प्रशासन की तरफ से मान-सम्मान मिला है उसकी इन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी। इन्होंने इसके लिए प्रशासन का आभार जताया है और भविष्य में भी अपनी सेवाओं को जारी रखने की बात कही है।

वहीं अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की तीसरी सांस्कृतिक संध्या हिमाचली कलाकार अनुज शर्मा और नाटी किंग के नाम से फेमस कुलदीप शर्मा के नाम रही। दोनों की कलाकारों ने रात दस बजे तक दर्शकों का खूब मनोरंजन किया और दर्शक संध्या का भरपूर आनंद उठाते हुए नजर आए।