फोरलेन किनारे से तोड़े तीन अवैध भवन, 72 मकान होंगे जमींदोज

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। सोलन

परवाणू-शिमला फोरलेन पर अवैध 75 भवनों को तोड़ने का काम मंगलवार को शुरू कर दिया गया। स्थानीय प्रशासन व एनएचएआई की ओर से संयुक्त रूप से इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। पहले दिन प्रशासन व पुलिस के सख्त पहरे में सोलन बाईपास स्थित तीन भवनों को तोड़ा गया। जल्द ही अन्य 72 भवनों को भी तोडे़ जाने का कार्य पूरा कर दिया जाएगा। एसडीएम सोलन ने सोमवार को ऐसे कुछ अवैध भवनों का निरीक्षण भी किया था। परवाणू से कैथलीघाट तक 75 ऐसे भवन हैं, जो फोरलेन के दायरे में आए थे। इन सभी भवन मालिकों को मुआवजा कई वर्ष पहले दिया जा चुका है। मुआवजा लेने के बाद कुछ लोगों ने भवन खाली नहीं किए और सरकारी जमीन पर भवन निर्माण कर डाला। ऐसे तमाम भवन मालिकों को कुछ दिनों पहलेे चेतावनी दी गई थी।

कुछ लोगों ने तो अधिग्रहण की गई जमीन पर अवैध निर्माण तक कर डाला। प्रदेश उच्च न्यायालय द्वारा आदेश जारी किगए जाने के बाद इन भवनों की बिजली-पानी पहले ही काटी जा चुकी थी। मंगलवार को एनएचएआई, जिला एसडीएम सोलन अजय यादव व पुलिस के सख्त पहले के बीच अवैध भवनों को तोड़े जाने का कार्य शुरू किया गया। हालांकि इस दौरान किसी भी भवन मालिक ने विरोध नहीं किया। पहले दिन सोलन बाईपास पर तीन बहुमंजिला भवनों को तोड़ दिया गया। जेसीबी व मजदूरों के माध्यम से यह भवन तोड़े गए। बुधवार को रबौण, कुम्हाहट्टी, धर्मपुर में भवनों को तोड़े जाने का कार्य किया जाएगा।

अब स्थानीय प्रशासन व एनएचएआई संयुक्त रूप से इन भवनों को तोड़ेने का कार्य शुरू किया है। प्रशासन ने पुलिस की मौजूदगी में यह अभियान शुरू किया। एनएचएआइ के परियोजना निदेशक सुरेश शर्मा का कहना है कि परवाणू से कथैलीघाट तक अवैध भवन मालिकों को कई बार चेतावनी दी जा चुकी थी। मंगलवार से इन भवनों को तोडऩे का कार्य शुरू कर दिया गया है।

एसडीएम सोलन अजय यादव ने बताया कि निजी अवैध भवनों को तोड़े जाने का कार्य जल्द पूरा कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाही में भवन मालिकों का सहयोग मिल रहा है। कुछ लोगों ने स्वयं ही भवनों को तोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि अधिकत्तर ऐसे अवैध भवन हैं, जिनमें या तो कोई नहीं रह रहा है या फिर किराए पर दिए गए हैं।