इस बार घृत मंडल का आकार होगा छोटा

कार्तिक। बैजनाथ

 

ऐतिहासिक शिव मंदिर बैजनाथ में मकर सक्रांति में मनाए जाने वाले पर्व पर यद्यपि कोरोना संकट के बादल छाए हुए है तथापि परम्परा तथा श्रद्धालुओं की आस्था को मध्यनजर रखते हुए प्रशासन ने इस बार भी घृत मंडल सजाने के फैसला लिया है। हर वर्ष धूमधाम से मकर सक्रांति के अवसर पर शिव मंदिर बैजनाथ में मनाया जाने वाला घृत मंडल कोविड महामारी के चलते पहले की अपेक्षा कम मनाया जाएगा। कोविड-19 के चलते घृत मंडल को सजाने व तैयार करने के लिए इस बार बाहरी लोगोंं की कोई मदद नहीं ली जाएगी व श्रद्धालुओं की आस्था को ध्यान में रखते हुए केवल घृत मंडल को बनाने के लिए पुजारी व कर्मचारी ही मंदिर में काम करेंगे। मंदिर मे हर वर्ष श्रद्धालुओं द्वारा शुद्ध की चढ़ाया जाता था लेकिन इस बार श्रद्धालु घृत मंडल के लिए घी नहीं चढ़ा पाएंगे क्योंकि मंदिर न्यास द्वारा निर्णय लिया गया है कि घृत मंडल को प्रतीकात्मक रूप से श्रद्धालुओं की आस्था के लिए बनाया जाएगा ताकि उनकी आस्था को कोई ठेस ना पहुंचे।

हर वर्ष मकर संक्रांति के अवसर पर लगभग 3 से 4 क्विंटल शुद्ध देसी घी से माखन तैयार कर शिव मंदिर बैजनाथ के शिवलिंग पर चढ़ाया जाता था लेकिन इस बार कितने घी का माखन तैयार कर शिवलिंग पर चढ़ाया जाएगा । इस पर न्यास ने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है पहले घृतमंडल बनाने के लिए मंदिर कर्मचारी और पुजारी तीन-चार दिन पहले से ही घी का माखन बनाना शुरू कर देते थे। इस बार शिवलिंग पर घृत मंडल तो चढ़ाया जाएगा लेकिन पहले की अपेक्षा कम होगा।

मंदिर न्यास सहायुक्त एवं एसडीएम बैजनाथ छवि नांटा ने बताया कि लोगों की आस्था को ठेस ना पहुंचे इसलिए पहले की अपेक्षा कम घृत मंडल शिवलिंग पर चढ़ाया जाएगा। इस बार घृत मंडल को बनाने के लिए बाहर के लोगों से कोई सहायता नहीं ली जाएगी, केवल कांगड़ा मंदिर व स्थानीय पुजारी घृत मंडल तैयार करेंगे। इस बार कितना माखन चढ़ेगा इस पर चर्चा कर बता दिया जाएग।