सात माह से परमिशन न मिलने से हवा में लटक रहे पेड़

एसके शर्मा। हमीरपुर

जिस गति से सरकारी फाइलें क्लीयर होनी चाहिए, उस गति से न होने के कारण अकसर लोगों को हमेशा परेशानी उठानी पड़ती है। इसी परेशानी को झेलते हुए अब लोगों का रुझान सरकारी की बजाय प्राइवेट की तरफ ज्यादा हो रहा है। यही कारण है कि केंद्र सरकार भी अपने अधिकतम विभागों को प्राइवेट की तरफ भेज रही है। ऐसा ही एक मामला वन विभाग व जल शक्ति विभाग के अंतर्गत भोटा में सामने आया है।

बताते चलें कि जल शक्ति उपमंडल भोटा के कार्यालय के प्रांगण में पापुलर के दो पेड़ पिछली बरसात के समय से उखड़ कर साथ लगते एक अन्य पापुलर पेड़ के सहारे सात माह से लटक रहे हैं, लेकिन इस ओर प्रशासन द्वारा कोई भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अगर ये दोनों पेड़ आंधी में कहीं जल शक्ति कार्यालय के भवन पर पड़ गया, तो भवन के साथ साथ जानमाल का भी नुकसान हो सकता है।

वहीं, दूसरी तरफ राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भोटा की विज्ञान प्रयोगशाला भवन जो पिछले पांच सालों से बन रही है, अगर यह पेड़ उस भवन पर भी गिरता है, तब भी बहुत नुकसान होगा। ग्रामीणों ने इस पेड़ हो वहां से हटाने की मांग की है, ताकि कोई बड़ा हादसा न हो।

उधर, जलशक्ति भोटा के सहायक अभियंता राकेश गर्ग ने बताया कि वन विभाग को इस बारे बरसात के समय में ही अवगत करवा दिया था। अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। डीसी हमीरपुर को भी ऑनलाइन पत्र के माध्यम से अवगत करवा दिया गया था। यहां पर हर समय कर्मचारियों के लिए काम करना जोखिम भरा है।

उधर, अग्घार रेंज के वन अधिकारी रतनी देवी ने बताया कि भोटा शहरी क्षेत्र है। बिना सरकारी अनुमति से पेड़ को नहीं उठाया जा सकता। पेड़ काटने के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी गई है। जैसे ही पेड़ काटने की अनुमति आ जाएगी, तुरंत पेड़ को हटा दिया जाएगा।