प्रदेश में खेती को रोजगार का माध्यम बनाएं युवा: कुलपति डॉ. डीके वत्सा

उज्ज्वल हिमाचल। मंडी

कृषि विज्ञान केंद्र मंडी में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक आयोजित की गई। इसमें सलाहकार समिति के सदस्यों के अतिरिक्त प्रगतिशील किसानों के साथ-साथ केंद्र के वैज्ञानिक भी मौजूद रहे। इस बैठक की अध्यक्षता चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कुलपति डॉ. डीके वत्सा ने की। इस मौके पर कुलपति डॉ. डीके वत्सा ने कहा कि जनसंख्या में लगातार बढ़ौतरी होने के कारण प्रति व्यक्ति औसत जोत का आकार निरंतर कम होता जा रहा है।

 

घटती कृषि जोत को लाभकारी बनाने के लिए नई तकनीकों को अपनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि रोटी, कपड़ा और मकान सबकी मूलभूत आवश्यकताएं होती हैं जिसमें सबको भोजन सुनिश्चित करना सर्वाेपरी है। कृषि के विकास के बिना इसकी संकल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि कृषि के समग्र विकास के लिए सभी विभागों में सामंजस्य बेहद जरूरी है और कृषि विकास से जुड़े सभी विभागों को किसान हित के लिए अपने- अपने कार्यक्रम एक-दूसरे से सांझा करने चाहिए।

 

कुलपति डॉ. डीके वत्सा ने कहा कि युवाओं को खेती के साथ जोड़े रखने के लिए नई तकनीक जैसे ड्रोन प्रोद्योगिकी, मशरूम उत्पादन, हाइड्रोपानिक्स, वैल्यू एडिशन सहित अन्य तकनीकों को विशेष रूप से प्रचलित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज का युवा खेती को व्यवसाय के तौर पर अपनाकर रोजगार के साधनों को जागृत कर सकते हैं। डा. वत्सा ने खेती से विमुख हो रहे युवाओं को प्रगतिशील सफल किसानों से जोड़ने की भी अपील की है।

संवाददाताः उमेश भारद्वाज

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