शैक्षणिक संस्थानों में निरीक्षण के नाम पर पैसे ऐंठने के आरोपी विजिलेंस पुलिस ने दबोचे

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा

कांगड़ा जिला में आज उस समय हड़कंप मच गया जब शिक्षण संस्थानों के निरीक्षण के नाम पर लाखों रुपए ऐंठने के आरोपी दो लोगों को विजिलेंस पुलिस ने एक होटल में दबिश देकर गिरफतार कर लिया। व इनके पास से लगभग 11 लाख 30 हजार रुपये की नगदी बरामद की है।

बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के अलीगढ व उसकी साथी महिला जो कि झांसी की रहने वाली है प्रदेश के जिला कांगड़ा में कुछ प्राईवेट स्कूलों में अपने आपको अधिकारी बता कर जांच कर रहे थे। व दोनों ने करीब चार कालेज का निरिक्षण भी कर लिया था। लेकिन इस दौरान वहां खामियां बताकर कालेज प्रबंधकों से मोटी रकम रिशवत के तौर पर वसूल भी ली। लेकिन विजिलेंस टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर इन दोनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया । दोनों दिल्ली भागने की तैयारी में थे। विजिलेंस टीम ने दोनों से पूछताछ की जा रही है।

ब्ताया जा रहा है कि इन दोनों ने शुक्रवार को निरीक्षण कार्य पूरा कर लिया था। आज सुबह 11ः30 बजे उनकी गगल स्थित कांगड़ा हवाई अड्डा से दिल्ली के लिए फ्लाइट थी। इसके चलते उन्होंने शुक्रवार को मांझी पुल गगल के पास एक निजी होटल में कमरा नंबर 208 बुक करवाया था और यहीं रह रहे थे। विजिलेंस टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि यह लोग निरीक्षण के नाम पर शैक्षणिक संस्थानों से पैसे ऐंठ रहे हैं।

गुप्त सूचना के आधार पर विजिलेंस की आठ सदस्यीय टीम आज सुबह ही उनके कमरे में पहुंच गई। टीम को देखकर दोनों हक्के बक्के रह गए। जैसे ही टीम ने जांच शुरू की तो दोनों के पास नोटों के दो पैकेट बरामद हुए। इन पैकेटों में 11 लाख 48 हजार रुपये की नकदी बरामद की गई है।

इंस्पेक्टर भाग सिंह ठाकुर ने बताया कि गुप्त सूचना से पता चला था कि दो लोग इलाके के चार शिक्षा संस्थानों में गए थे। निरीक्षण के नाम पर कमियां बता कर भारी रकम वसूली जा रही थी।

संजीव कुमार नामक निवासी अलीगढ़ यूपी और काव्या दुबे निवासी झांसी मध्य प्रदेश को हिरासत में लिया गया है। दोनों दोपहर की फ्लाइट से दिल्ली जाने वाले थे। दोनों के पास इतनी अधिक संख्या में पैसा बरामद हुआ है। अभी तक इस बात का पता नहीं चल पाया है कि इन लोगों ने चार में से किस-किस कालेज से पैसा लिया है और कितना लिया है। लेकिन इतनी अधिक नकदी बरामद हुई है, वह यकीनन रिश्वत की ही है, क्योंकि निरीक्षण टीम किसी भी तरह का शुल्क नहीं लेती है।

उधर पुलिस अधीक्षक विजिलेंस बलवीर सिंह ने बताया टीम मामले की छानबीन की रही है, इसके लिए अन्य कुछ तथ्यों पर भी जांच की जा रही है।