गांव का पानी रोकने पर प्रशासन के द्वार पहुंचे ग्रामीण

मनीष ठाकुर। कुल्लू

जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी में एक व्यक्ति के द्वारा गांव का पानी रोकने पर ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से शिकायत की है।वही, उन्होंने यह भी बताया कि अगर उक्त व्यक्ति के द्वारा पानी को बहाल नही किया गया तो वे कानून का दरवाजा भी खटखटाएंगे। जिला कुल्लू के मणिकर्ण घाटी के बराधा के साथ लगते नगोठि गांव का प्रतिनिधिमंडल एसडीएम कुल्लू अनुराग चंद्र शर्मा से मिला। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम को अवगत करवाया कि गांव में पीने के पानी की काफी दिक्कतें झेलनी पड़ती थी। ऐसे में कोरोना काल के दौरान ग्रामीणों ने मिलकर जंगल के साथ लगते नाले से पानी की पाइप पर अपने खर्चे पर गांव पहुंचाई और वहां पर टैंक का निर्माण भी किया गया। लेकिन दूसरी पंचायत के एक व्यक्ति ने इस पर आपत्ति व्यक्त करते हुए उनके पानी की पाइप काट दी। ग्रामीणों ने बताया कि उक्त व्यक्ति का कहना है कि इस कार्य के लिए पहले उनकी पंचायत से अनुमति लेनी चाहिए थी। जबकि वह भी उस जंगल के हिस्सेदार हैं और ऐसे में वन विभाग के अलावा किसी की भी अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है।

स्थानीय ग्रामीण राहुल ने बताया कि गांव में पीने के पानी की काफी समस्या रहती थी और ग्रामीणों ने मिलकर अपने खर्चे पर पाइप डाली। लेकिन व्यक्ति के द्वारा अब यह पानी बंद कर दिया गया है। उक्त व्यक्ति उनसे अनुमति की बात करता है लेकिन वे भी स्थानीय है और उन्हें अनुमति लेने की कोई आवश्यकता नहीं है। ऐसे में जिला प्रशासन से आग्रह है कि वह इस मामले को जल्द सुलझाए। युवक राहुल का कहना है कि अगर आरोपी व्यक्ति के द्वारा जल्द पानी की आपूर्ति को बहाल नहीं किया गया तो इस मामले को लेकर कानून का दरवाजा भी खटखटाएंगे। वहीं एसडीएम कुल्लू अनुराग चंद्र ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया है कि इस मामले की छानबीन करेंगे और ग्रामीणों को पानी मुहैया करवाया जाएगा।