कुल्लू : चौज गांव में बादल फटने से 4 लापता , रेस्क्यू में जुटी NDRF की टीम

बादल फटने से गांव में सहमे ग्रामीण, पर्यटकों को भी भेजा जा रहा वापिस

मनीष ठाकुर। कुल्लू

जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के चोज गांव में सुबह के समय बादल फट गया। तो वही बादल फटने के चलते चार युवक लापता हो गए हैं। वहीं एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई और उन्होंने भी रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। बादल फटने की घटना से ग्रामीण बुरी तरह से सहम गए हैं और यहां पर पर्यटकों को भी कसोल होते हुए वापस भेजा जा रहा है। कसोल के समीप पार्वती नदी पर बना हुआ पुल भी बाढ़ की चपेट में आ गया है। इसके अलावा एक कैंपिंग साइट, एक गेस्ट हाउस सहित कुछ घरों को भी नुकसान हुआ है। गेस्ट हाउस की 2 मंजिल से पूरी तरह से मलबे से भर गई है और उसमें ठहरे हुए पर्यटकों को भी सुरक्षित निकाल लिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार प्रशासन को जैसे ही चोज गांव में बादल फटने की सूचना मिली तो प्रशासन की टीम भी मौके की ओर रवाना हुई। लेकिन कसोल के समीप भूस्खलन होने के कारण वाहन करीब 12ः00 बजे के बाद ही रवाना हो पाए।

वहीं जिला प्रशासन की टीम पैदल चलकर गांव पहुंची और उन्होंने राहत कार्यों का भी जायजा लिया। वही,गेस्ट हाउस के संचालक खेम राज ने बताया कि वो सुबह गेस्ट हाउस में ही सोए हुए थे तभी अचानक उन्हें भूकंप सा महसूस हुआ है और वह तुरंत गेस्ट हाउस से बाहर निकले। उन्होंने देखा कि साथ लगता नाले में भारी मलबा आ गया है और 2 मिनट के भीतर ही नाले ने उनके गेस्ट हाउस को भी अपनी चपेट में ले लिया। खेमराज ने बताया कि गेस्ट हाउस के साथ ही उनका एक और मकान भी था जहां पर 4 गाय रखी हुई थी और उनके 2 कर्मचारी भी वहां पर सोए हुए थे। लेकिन पल भर में ही मलबे ने उस मकान को भी अपनी चपेट में ले लिया और चार गाय के साथ उनके दोनों कामगार भी इस हादसे में लापता हो गए हैं।

वही, प्रत्यक्षदर्शी भुवनेश हांडा ने बताया कि बीती रात को ही वह चोज गांव पहुंचे थे और वह यहां पर कमरे में सोए हुए थे। सुबह के समय उन्होंने देखा कि नाले में भारी मलबा आ गया है और वह तुरंत अपना कमरा छोड़ कर भाग गए। इस दौरान वहां पर कुछ और भी पर्यटक ठहरे हुए थे और उन्हें भी सुरक्षित निकाल लिया गया। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद गांव में पानी की व्यवस्था भी टूट गई है और बिजली भी गुल है। ऐसे में जिला प्रशासन यहां पर पानी की व्यवस्था को बहाल कर ग्रामीणों को राहत प्रदान करें। वही, होमगार्ड के कंपनी कमांडर कमल भंडारी ने बताया कि जैसे ही उन्हें बादल फटने की सूचना मिली तो वे अपनी टीम के साथ यहां पर पहुंच गए।

बादल फटने के चलते यहां पर खासा नुकसान हुआ है और रेस्क्यू कार्य करने में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां पर लापता हुए लोगों को भी तलाश करने की कोशिश की जा रही है। वही, चौज गांव में बादल फटने की सूचना मिलते ही प्रदेश भाजपा कार्यसमिति के सदस्य वीर सिंह गुलेरिया भी गांव पहुंचे और उन्होंने प्रभावित परिवारों के साथ मुलाकात की। वीर सिंह गुलेरिया ने कहा कि जिस तरह से बादल फटने के चलते यहां ग्रामीणों का नुकसान हुआ है। उन्हें भी प्रदेश सरकार की ओर से राहत मुहैया करवाई जाएगी वहीं जिला प्रशासन की टीम भी मौके पर मौजूद है और राहत कार्य को तेज किया गया है।

वही, एसपी कुल्लू गुरदेव शर्मा ने बताया कि बादल फटने की घटना में चार युवक लापता हो गए हैं। एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई है और राहत कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। वही भुंतर से मणिकर्ण सड़क पर हुए भूस्खलन को हटा दिया गया है और यहां पर वाहनों को व्यवस्थित तरीके से भेजने के लिए ट्रैफिक पुलिसकर्मी की तैनाती की गई है।

वही, चोज गांव पहुंचे स्थानीय पंचायत के प्रधान चुन्नीलाल ने बताया कि सुबह ही उन्हें इस बात की जानकारी मिली और उन्होंने जिला प्रशासन को भी इस बारे अवगत करवा दिया था। ग्रामीण भी मिलकर राहत कार्यों में अपनी भागीदारी निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यहां पर बादल फटने से लोगों का खासा नुकसान हुआ है और वह जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि यहां पर मूलभूत सुविधाओं को बहाल किया जाए।

चोज गांव में बादल फटने से जहां भारी नुकसान हुआ हैं। वही, रोहित निवासी सुंदरनगर मंडी, कपिल निवासी राजस्थान, अर्जुन बंजार और राहुल चौधरी धर्मशाला लापता हैं। इसके अलावा खेम राज पुत्र हरिसिंह का 1 गेस्ट हाउस, 6 कमरों का मकान क्षतिग्रस्त हुआ है, वही, 1 मछली फार्म, 1 गौशाला व 4 गाय के साथ बह गई। वही, एक कैम्पिंग साइट, हीरालाल, पन्नालाल, लता देवी, पेनेराम के ढाबे नष्ट हुए। ग्रामीण नानक चंद, पेने राम, दुनी चंद का मकान क्षतिग्रस्त हुआ हैं।