सुलह विधानसभा की राजनीति गरमाई- पूर्व सीपीएस के आरोपों पर बोले विधानसभा विपिन परमार विकास देख उनके पेट में मरोड. पड. रहे

उज्जवल हिमाचल। पालमपुर

आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सुहल विधानसभा में राजनीति गरमा गई है। शनिवार को जहां पूर्व सीपीएस जगजीवन पाल ने प्रेस कान्फ्रेंस कर कोरोना काल में विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार की ओर से हलके में किए जा रहे कार्यक्रमों पर सवाल उठाए थे। वहीं, रविवार को विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने जगजीवन पाल पर पलटवार किया है। पालमपुर में प्रेस वार्ता को संबोधित करते विपिन परमार ने कहा कि वह कोरोना के नियमों का पूरा पालन कर रहे हैं। अगर जगजीवन पाल तथ्यों के आधार पर बात करते तो अच्छा होता। उन्होंने कहा कि भाजपा के विकास कार्यों को देखकर पूर्व सीपीएस के पेट में मरोड़ पड. रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जरूरतमंद का उपहास करना भाजपा की रिवायत नहीं है। उन्होंने कहा कि कई गरीब लोगों के नाम सोशल मीडिया में डाल दिए गए जिस कारण उन्हें परेशानी उठानी पड़ी। यहां तक की कई गरीब बेटियों के रिश्ते तक टूट गए है। उन्होंने कहा कि जाति के नाम पर राजनीति करना इन लोगों की आदत बन चुकी है। नारी शक्ति पर टिप्पणी करना पूर्व सीपीएस की आदत रही है। उन्होंने पूर्व सीपीएस को घेरते हुए कहा कि महिला मोर्चा की सदस्य पर आरोप लगाए कि उनका बेटा नशा का व्यपार करता है। उन्होंने कहा कि इस मामले पर पूर्व सीपीएस को अपने घर पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि इनके संगे संबंधियों ने बिना परमिट खड्डों से रेत-बजरी निकालकर कर इसका सीना छलनी कर दिया तो उस पर इनका कोई ध्यान नहीं है। उन्होंने कहा कि जगजीवन पाल को प्रेस के सामने आकर लोगों से माफी मांगनी चाहिए नहीं तो उनके खिलाफ महाधरना दिया जाएगा क्योंकि जरूतमंद लोगों का नाम सोशल मीडिया में उछालना सही नही है।

क्या कहा था जगजीवन पाल ने शनिवार को जगजीवन पाल ने विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार को आड़े हाथ लेते हुए कहा था कि उनके कार्यक्रमों में लोगों की खूब भीड़ उमड़ रही है और कोरोना के नियमों का कोई पालन नहीं किया जा रहा। पूर्व सीपीएस ने कहा कि एक ओर जहां सरकार खुद लोगों का कोरोना से बचाव की दुहाई दे रही है वहीं विधानसभा उपाध्यक्ष के कार्यक्रमों में लोगों की बुलाया जा रहा और बकायदा धाम का भी आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे में अगर सुलह में कोरोना संक्रमण का विस्फोट होता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष को अपने कार्यक्रमों भीड़ करने का शौक हो गया है जो आम जनता के लिए घातक हैं।

  • भाजपा से संबंधित लोग नशे के व्यापार में संलिप्त

उन्होंने कहा कि क्या विधानसभा अध्यक्ष क्या मुख्यमंत्री से बड़े हैं। जो इस तरह से नियमों को तोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर स्थानीय प्रशासन ऐसे कार्यकमों पर कार्रवाई नहीं करेगा तो कांग्रेस पार्टी इस पर संज्ञान लेगी। जगजीवन पाल ने कहा कि भाजपा पदाधिकारियों के कुछ संबंधी नशा बेचने के कोरोबार में लगे हुए हैं। कांगड़ा बाइपास में एक भाजपा पदाधिकारी के बेटे का चिट्टे संग पकड़ा जाना इसका उदाहरण है।