गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और रोजगार के लिए विजन जरूरी : सोनिका पराशर

कैप्टन संजय ने बाड़ी पंचायत के दड़ब में खोला आठवां फ्री कंप्यूटर व इंग्लिश लर्निंग सेंटर

उज्जवल हिमाचल। डाडासीबा

कैप्टन संजय पराशर जसवां-परागपुर क्षेत्र के सुदूर गांवों में भी शिक्षा की अलख जगा रहे हैं। इस कड़ी में रविवार को जसवां-परागपुर क्षेत्र की बाड़ी पंचायत के दड़ब में आठवां निःशुल्क कंप्यूटर व इंग्लिश लर्निंग सेंटर पराशर द्वारा खोला गया। इस केंद्र में पहले दिन 29 विद्यार्थी पहुंचे। लर्निंग सेंटर के लोकार्पण के अवसर पर बतौर मुख्यातिथि पहुंचीं संजय की पत्नी सोनिका पराशर ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और रोजगार के लिए विजन की भी आवश्यकता होती है। नवीनतम तकनीकों के माध्यम से विद्यार्थियों को बेहतर तरीके से जानकारी व ज्ञान उपलब्ध करवाया जा सकता है। इसी सोच व क्षेत्र के गांवों में शिक्षा के महत्व को देखते हुए संजय पराशर ने यह अभियान शुरू किया है, जहां प्रशिक्षित स्टाफ विद्यार्थियों के सर्वागींण विकास के लिए प्रयासरत है।

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सोनिका ने कहा कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए, जो रोजगार भी दिलवा सके। ग्लोबल हो चुके संसार में गलाकाट प्रतिस्पर्धा है और सिर्फ डिग्री लेने से ही काम नहीं चलने वाला है।शिक्षा स्तर में आ रही गिरावट के कारण समाज में व्याभिचार व अनैतिकता भी बढ़ जाती है। ऐसे में जसवां-परागपुर क्षेत्र के आठ गांवों में खोले गए ऐसे केंद्राें में नैतिक शिक्षा पर भी जोर दिया जा रहा है, जो संस्कार के साथ रोजगारपरक भी हो। कहा कि इन केंद्राें में युवाओं को रोजगार हासिल करने के लिए मार्गदर्शन भी दिया जा रहा है। इस माैके पर दड़ब वासी पंडित मस्त राम शर्मा ने कहा कि संजय पराशर निःस्वार्थ भाव से क्षेत्रवासियाें की सेवा कर रहे हैं।

अपने संसाधनों से वह समाज के हर वर्ग की मदद कर रहे हैं और सामाजिक सरोकारों को लेकर उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किया है। वहीं, जंडौर पंचायत के म्हाला वासियों से संवाद कार्यक्रम में कैप्टन संजय ने कहा कि वह शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य को लेकर काम कर रहे हैं। इन तीनों विषयों पर गांवों में बहुत ज्यादा काम करने की जरूरत है। सही मायनों में अगर गांवों का उदय होगा, तो राष्ट्र का उत्थान भी अपने आप हो जाएगा। पराशर ने कहा कि इस पहाड़ी क्षेत्र में शिक्षा के क्षेत्र में अब भी कई चुनौतियां हैं।

वजह यह है कि विद्यार्थियों के लिए सुविधाओं का अभाव है। ऐसे में उन्होंने छात्राें के घर-द्वार पर ही कंप्यूटर व अंग्रेजी सीखने के लिए ऐसे केंद्र खोले हैं, जहां पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए पुस्तकें भी उपलब्ध हैं। कहा कि रोजगार सृजन को लेकर उन्होंने जो प्रयास शुरू किए थे, उनके परिणाम आने शुरू हो चुके हैं। अब तक 457 युवाओं को उनकी कंपनी के माध्यम से रोजगार प्राप्त हो चुका है और नए वर्ष में लक्ष्य रहेगा कि प्रदेश से एक हजार युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाया जाए। कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में सुविधाएं प्रदान करने के लिए वह अब तक 17 मेडीकल कैंपाें का आयोजन कर चुके हैं और नए वर्ष के पहले महीने में भी तीन स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें तीन जनवरी को कैंप लग्ग बलियाणा पंचायत में लागाया जा रहा है।