हिमाचल में भीषण गर्मी से गहराता जा रहा जल संकट

उमेश भारद्वाज। मंडी

हिमाचल में भीषण गर्मी के कारण पानी की कमी होना शुरू हो गई है। इसके तहत जलशक्ति विभाग उपमंडल सुंदरनगर द्वारा जानकारी देते हुए कहा कि सूखे की स्थिति को देखते हुए जल शक्ति विभाग सुंदरनगर द्वारा प्रतिदिन दी जाने वाली पानी की आपूर्ति में कटौती करने का निर्णय लिया है। जलशक्ति विभाग उपमंडल सुंदरनगर के एसडीओ ई. रजत कुमार गर्ग ने कहा कि सुंदरनगर शहर की पेयजल आपूर्ति को सूचारू रूप से चलाने की लिए प्रतिदिन लगभग 60 लाख लीटर पानी की आवश्यकता होती है। लेकिन शहर को पेयजल उपलब्ध करवाने वाले स्त्रोत जैसे नालनी, लिंगड़ी और ट्यूब वैल में पानी की मात्रा कम होने के कारण प्रतिदिन लगभग 40 लाख लीटर पानी की मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि नालनी स्त्रोत में पानी का डिस्चार्ज लगभग 90 प्रतिशत और लिंगड़ी में लगभग 50 प्रतिशत तक कम हो गया है। साथ में नगौण स्त्रोत भी लगभग 50 प्रतिशत तक सूख गया है, जिसके कारण दिन प्रतिदिन शहर में पेयजल संकट गहराता जा रहा है।

रजत गर्ग ने कहा कि उपरोक्त स्थिति को ध्यान में रखते हुए विभाग ने खरीड़ी, अम्बेडकर नगर, पुराना बस स्टैंड,हाउसिंग बोर्ड एवं महामाया मन्दिर के आसपास के क्षेत्रों जहां पहले सुबह शाम दोनों समय पानी की आपूर्ति की जाती थी। लेकिन अब हालातों को देखते हुए आगे से केवल सुबह के समय ही पेयजल उपलब्ध करवाया जाएगा। जिससे पानी की आपूर्ति का समय बढ़ा दिया जाएगा। ई. रजत गर्ग ने कहा कि शहर के बनायक, जवाहर पार्क और भोजपुर पहले सुबह शाम दोनों समय पानी की आपूर्ति की जाती थी। आगे से केवल शाम को बढ़ी हुई समयावधि के साथ पेयजल उपलब्ध करवाया जाएगा। इसी तरह हंडेटी, पुराना बाजार, रोपा व तुनाही को अब केवल सुबह के समय ही पानी की आपूर्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि साथ में पानी की आपूर्ति का समय बढ़ा दिया जाएगा। अन्य बचे हुए क्षेत्रों जैसे पुंघ, अस्पताल के इर्द गिर्द के क्षेत्र, चतरोखड़ी, सलाह, डैंटल कॉलेज, विद्युत विभाग सुंदरनगर, बीएसएनएल के आस पास के क्षेत्र एवं बाहोट में पेयजल की आपूर्ति यथावत ही रहेगी। उन्होंने स्थानीय जनता से अपील की है कि पानी के सरंक्षण के लिए विभाग का सहयोग करें, जिससे किसी भी उपभोक्ता को पेयजल की समस्या से जूझना ना पड़े।

  • टूलु पंप लगाने और पेयजल की बर्बादी पर होगी कानूनी कार्रवाई: ई.रजत गर्ग

ई. रजत गर्ग ने कहा कि अगर कोई उपभोक्ता मुख्य पाईप लाईन से टूलु पंप लगाते हुए तथा पेयजल को व्यर्थ गवाते हुए जैसे कि गाड़ी धोते हुए एवं खेतों की सिंचाई करते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई से साथ-साथ उसका पेयजल कनेक्शन भी मौके पर ही काट दिया जाएगा, जिसके लिए उपभोक्ता स्वयं ही जिम्मेवार होगा।