आखिर कैसे, अस्पताल पर पर जा गिरा पानी का टैंक

उमेश भारद्वाज। मंडी
जिला मंडी के सरकाघाट नागरिक चिकित्सालय में एक हादसे में पुराने भवन में बनाए गए कोविड-19 वार्ड तबाह हो गया। मामले में नागरिक अस्पताल सरकाघाट के पुराने भवन के साथ बन रहे नए भवन निर्माण के कारण जलशक्ति विभाग का टैंक गिरने से अस्पताल में दाखिल रोगियों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। मरीजों और उनके तीमारदारों में हड़कंप मच गया और वे अपने सामान और रोगियों के साथ अस्पताल के आंगन में इस कड़कती सर्दी में जान बचाने पहुंंच गए। जानकारी के अनुसार अस्पताल के पुराने भवन के पीछे 12 करोड़ रुपए की लागत से एक नए भवन का निर्माण कार्य चल रहा है और इस भवन निर्माण के लिए अस्पताल के साथ लगती पहाड़ी की खुदाई की गई थी। लेकिन खुदाई दो वर्ष पहले हुई थी और पहले वाला ठेकेदार काम छोड़ कर चला गया है और नए ठेकेदार को निर्माण कार्य का टेंडर जारी किया गया था।
निर्माण कार्य भी जोरों से चल रहा था लेकिन इस टैंक और पहाड़ी की दरकती जमीन की ओर किसी ने भी कोई खास तबज्जो नही दी। हालांकि इस  टैंक जो अस्पताल के उपर निर्मित किया गया था उसके गिरने का अंदेशा सभी को था। लेकिन ठेकेदार द्वारा अपना काम जारी रखा गया और इस टैंक को गत दिन उस समय खाली करवाते समय नीचे की ओर दरकने लगा। टैंक को खाली कर अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी अस्पताल बन्द होने पर अपने घरों को चले गए तथा आपातकालीन डयूटी पर तैनात स्टाफ ही अस्पताल में मौजूद था।
अस्पताल के साथ साथ केमिस्ट की दुकानें कर रहे व्यापारियों का कहना है कि पहले पहाड़ी पर प्रोटेक्शन वाल लगनी चाहिए थी और उसके बाद ही निर्माण कार्य आरम्भ किया जाता। लेकिन निर्माण कार्य पहले ही शुरू हो गया। जब रात को यह हादसा हुआ तो बड़े जोर के धमाके के साथ टैंक करीब 150 फुट की ऊंचाई से गिरा और उसके बाद अस्पताल का एक कमरा और ठेकेदार की 60 लाख रुपए की मशीन नष्ट हो गए। मामले पर सरकाघाट अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ पीएल वर्मा ने बताया कि उन्हें हादसे के समय ही सूचना मिली थी और उन्होंने सबसे पहले रोगियों और उनके तीमारदारों की सुरक्षा की। उनके अनुसार अस्पताल का एक कमरा बुरी तरह से नष्ट हो गया है और उन्होंने घटना बारे उच्चाधिकारियों को सूचित कर दिया है।
वहीं लोकनिर्माण विभाग मण्डल सरकाघाट के अधिषासी अभियंता विनोद शर्मा ने बताया कि उन्होंने ठेकेदार को इस बारे पहले ही अवगत करवा दिया गया था और ठेकेदार अस्पताल भवन को हुए नुकसान की भरपाई करेगा और जलशक्ति विभाग को भी नया टैंक बनाकर देगा। इधर एसडीएम सरकाघाट जफर इकबाल ने बताया कि मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।