बुधवार का दिन है इस देवता को समर्पित, जानें इस दिन व्रत का महत्त्व

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उज्जवल हिमाचल। डेस्क

हिन्दु धर्म में भगवान गणेश का विशेष महत्त्व है। प्रत्येक शुभ कार्य शुरु करने से पहले गणेश जी की पूजा की जाती
है। बुधवार के दिन भगवान गणेश जी को समर्पित है। इस दिन लोग गणेश जी में आस्था रखने वाले लोग भगवान
की पूजा अर्चना करते हैं और बड़ी श्रद्धा से व्रत भी रखते हैं। भगवान गणेश की पूजा व व्रत करने से कई लाभ प्राप्त
होते हैं। इनकी पूजा करने से सभी कार्य बड़ी सरलता से पूरे हो जाते हैं और घर में सुख- समृद्धी में कोई कमी नहीं
आती है। बुधवार को गणेश जी की पूजा करने से जीवन के संकट दूर होते हैं और खुशियों का आगमन होता है।

क्यों बुधवार को माना जाता है श्री गणेश का दिनः

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, माता पार्वती की कृपा से जब श्री गणेश जी की उत्पत्ति हुई थी, तब उस समय
भगवान शिव के धाम कैलाश में बुध देव उपस्थित थे। बुध देव की उपस्थिति के कार श्रीगणेश जी की आराधना के
लिए वह प्रतिनिधि वार हुए यानी बुधवार के दिन गणेश जी पूजा का विधान बन गया।

बुधवार के व्रत में इन बातों का रखें विशेष ध्यानः

-यह व्रत महीने के शुक्ल पक्ष के पहले बुधवार को ही रखा जाना शुभ होता है।

-मान्यता के अनुसार बुधवार के व्रत को अंधेर यानी कृष्ण पक्ष की बजाए चांदन यानी शुक्ल पक्ष में रखना चाहिए।

– बुधवार के व्रत में नमक खाने से परहेज करना चाहिए। इस दिन केवल मीठे पदार्थों का ही सेवन करना चाहिए।

-बुधवार का व्रत रखने से घर में धन की बचत होती है।

– इस व्रत को रखने से घर-परिवार में क्लेश को समाप्त होते हैं और घर में खुशियां आती हैं।

( उपरोक्त सभी जानकारी मान्यताओं और पौराणिक कथाओं पर आधारित हैं। इसकी पुष्टि उज्जवल हिमाचल नहीं करता है। )