शनिवार के दिन किस देव की पूजा करें, शनि देव की या हनुमान

उज्जवल हिमाचल डेस्क…

प्रचीन हिन्दू ग्रंथों के अनुसार सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देव या देवी को समर्पित है। इसी तरह शनिवार का भी दिन है। लेकिन इस दिन पर कुछ भक्तों को एक बात को लेकर अस्वस्थ है कि कुछ लोग इस दिन को शनि देव के नाम पर मनाते हैं, तो कुछ इसे हनुमान का वार मानते हैं। यह वार किस देवता के नाम पर है। इस दिन किसे पूजना हिंदू धर्म के अनुसार सही है। यह हम बताते हैं आपको कि हिंदू मान्यताओं में शनि और हनुमान की किन समानताओं के चलते इस दिन दोनों की पूजा संभव मानी जाती है।

मान्यता के अनुसार श्रीहनुमान रुद्र अवतार हैं और शनिदेव ही एक नाम रुद्र है, तो दोनों ही देवों में समानता के चलते भी इस दिन दोनों को पूजा जाता है। शनिवार के दिन को दोनों ही देवताओं को पूजना हिंदू धर्म के अंर्तगत सही है। दरअसल सूर्य संहिता के मुताबिक हनुमानजी का जन्म शनिवार के दिन हुआ था। इसलिए इस दिन उनका पूजन भी गलत नहीं है।शनि देव सुर्य देव के पुत्र है, और मान्यता के अनुसार सूर्य ही हनुमान के गुरु हैं। यह सभी मानते हैं कि शनि देव का अपने पिता से मनमुटाव था, लेकिन सूर्य ने हनुमान को अपने तेज का अंश दिया था। इससे भी दोनों को सूर्य का अंश माना जा सकता है।