“उड़ता पंजाब” की राह पर क्यों चला हिमाचल, जाने क्या है मामला

उज्ज्वल हिमाचल। शिमला

हिमाचल प्रदेश में बढ़ रहे नशे के मामलों को लेकर भाजपा ने सरकार पर निशाना साधा है और सरकार को नशे पर अंकुश लगाने के लिए पूरी तरह से नाकाम करार दिया है। भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान विधायक सतपाल सती ने कहा कि साथ लगते राज्यों का प्रदेश में नशे का काफी प्रभाव पड़ रहा है। भाजपा इसके खिलाफ आवाज उठा रही है।

ओवरडोज की बजह से हमीरपुर में हुई एक छात्र की मौत

उन्होंने कहा कि हमीरपुर एनआईटी में एक छात्र की मौत नशे के ओवरडोज हुई है जो की दुर्भाग्यपूर्ण है इतने बड़े उच्च शिक्षण संस्थान के अंदर नशे का कारोबार हो रहा है सरकार को कहीं ना कहीं अपनी असफलता को मानना पड़ेगा। यह घटना मुख्यमंत्री गृह जिला में हुई है। प्रदेश में नशे के कारोबार को रोकने के लिए सरकार को कड़े कदम उठाने चाहिए और खासकर शिक्षण संस्थानों पर नजर रखने की जरूरत है। जहां पर बच्चों की जिंदगी को बर्बाद किया जा रहा है।

कहा- नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस और कमेटियां बनाई गई हैं

उन्होंने कहा कि सरकार बयान बाजी करती है कि नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस और कमेटियां बनाई गई है लेकिन वास्तव में कुछ नहीं हो रहा है जो लोग इस नशे में संलिप्त है उन पर कोई भी हाथ नहीं डाल पा रहा है। इसके अलावा प्रदेश की बॉर्डर एरिया में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है प्रदेश में चिट्ठा शराब और अवैध लॉटरी का धंधा फल फूल रहा है और उसमें साफ जाहिर होता है कि इसमें सरकार का संरक्षण प्राप्त है उन्होंने कहा कि प्रदेश को नशा मुक्त करने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है।

प्रदेश सरकार ने लोगों को आश्वासन के अलावा कुछ नहीं दिया है

वहीं सतपाल सती ने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस सरकार बने हुए 10 महीने हो गए हैं लेकिन इन 10 महीनो में लोगों को आश्वासन देने के अलावा कुछ नहीं किया गया है कांग्रेस की गारंटी या और दीवारों पर लिखी गई है जो कि लोगों का मुंह चढ़ा रही है ना तो सरकार पांच लाख लोगों को रोजगार दे पाई और ना ही महिलाओं को 1500 अब तक मिले हैं जबकि विधानसभा चुनावो के दौरान घर.घर जाकर कांग्रेस ने इन गारंटी को देने का वादा किया था।

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कहा- लोकसभा चुनाव में प्रदेश में कांग्रेस के पास उम्मीदवार तक नहीं

सतपाल सत्ती ने लोकसभा चुनाव में चारों सीटें फिर से जीतने का दावा किया और कहा कि अब हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के पास उम्मीदवार तक नहीं है। मंडी लोकसभा से जो सांसद हैं वह भी चुनाव लड़ेंगे या नहीं इसकी भी कोई गारंटी नहीं है । सभी लोग चुनाव लड़ने से भाग रहे हैं । उन्होंने कहा कि कांग्रेस में सरकार और संगठन के बीच कोई भी तालमेल नहीं है कांग्रेस की अध्यक्ष दिल्ली जाकर गुहात लग रही कि संगठन के लोगों को जिम्मेवारियां नहीं दी गई है।

बोले- जिस उत्साह से कांग्रेस सत्ता आई उस उत्साह से गिर रही नीचे

वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री प्रदेश का दौर तक नहीं कर पाए हैं उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है और जिस उत्साह के साथ कांग्रेस सत्ता में आई थी उसी उत्साह के साथ नीचे की तरफ जा रही है जिसका खामियाजा कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा।

ब्यूरो रिपोर्ट शिमला

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