ब्लैक फंगस के कारण निकालनी पड़ी महिला की आंख

उज्जवल हिमाचल टीम। धर्मशाला/शिमला

हिमाचल में ब्लैक फंगस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जबकि कोरोना संक्रमण की दर कम हो रही है। शुक्रवार को डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा में ब्लैक फंगस का एक और मामला आया है। उधर, शिमला स्थित आइजीएमसी अस्पताल में उपचाराधीन हमीरपुर निवासी महिला की आंख निकालनी पड़ी है। ब्लैक फंगस का आपरेशन होने के बाद भी राहत नहीं मिल पाई। डॉक्टरों का कहना है कि ब्लैक फंगस महिला की आंख में पूरी तरह से फैल गया था, जिस वजह से आंख निकालना पड़ी। प्रदेश में अभी तक ब्लैक फंगस के कारण चार लोगों की मौत हो चुकी है। दो लोगों की मौत टांडा व दो लोगों की मौत शिमला में हुई थी।

उधर, आइजीएमसी शिमला में शुक्रवार को रोहड़ू से आए मरीज में ब्लैक फंगस के लक्षण देखे गए। इसकी पुष्टि के लिए मरीज के टेस्ट लिए गए हैं। यह जानकारी अस्पताल के प्रधानाचार्य डा. रजनीश पठानिया ने दी। अस्पताल के ब्लैक फंगस वार्ड में मौजूदा समय में आठ मरीज दाखिल हैं, जबकि दो की मौत हो चुकी है। ब्लैक फंगस से पीडि़त हमीरपुर निवासी 52 वर्षीय महिला की इससे मुंह और नाक की सर्जरी हो चुकी है। आइजीएमसी में दाखिल इस महिला में महिला में 19 मई को ब्लैक फंगस के लक्षण पाए गए थे।

हिमाचल में कोरोना जांच के लिए रिकार्ड 18246 सैंपल लेने के बाद भी शुक्रवार को संक्रमण के 787 नए मामले आए। इससे कोरोना संक्रमितों की दर 4.31 फीसद तक आ गई है। डेढ़ माह बाद संक्रमण के इतने कम मामले आए, जबकि 2030 मरीजों ने इस महामारी को मात दी। ऐसे में कोरोना के सक्रिय मामले दस हजार से भी कम होकर 9787 रह गए हैं।

कांगड़ा में 2379, शिमला 1092 और मंडी मेंं 1012 सक्रिय मामलों को छोड़ अन्य जिलों में यह संख्या एक-एक हजार से कम ही है। प्रदेश में संक्रमण से ठीक होने की दर भी बढ़कर 93.26 फीसद हो गई है। शुक्रवार को 27 संक्रमितों की मौैत के साथ अभी तक 3244 लोगों की जान जा चुकी है। कांगड़ा में सात, ऊना पांच, सिरमौर चार, बिलासपुर व कुल्लू तीन-तीन, मंडी दो और सोलन, शिमला व चंबा में एक-एक व्यक्ति की कोरोना से मौत हुई।