महिलाओं को इंटर स्टेट के बस रूट पर नहीं मिलेगी 50% किराया छुट: विक्रम ठाकुर

उज्जवल हिमाचल। शिमला

सड़क हादसों के मामलों में हिमाचल प्रदेश देश भर में सबसे ऊपर आता है। पहाड़ी प्रदेश में सबसे ज्यादा सड़क हादसे पेश आते हैं और हादसों में सबसे ज्यादा लोग अपनी जान भी गवा देते हैं। सड़क हादसों के पीछे कई कारण रहते है। लेकिन सबसे बड़ा कारण लापरवाही माना जाता है।

हालांकि क्रैश बैरियर का न होना, मौसम सहित अन्य कारण भी सड़क हादसों के पीछे रहते हैं। हिमाचल प्रदेश की बात करें तो यहां पर हर साल 3000 सड़क हादसे पेश आते हैं। जिनमें 1200 के करीब लोग अपनी जान दे देते हैं जबकि 5000 के करीब लोग घायल होते हैं।

सड़क हादसों को लेकर हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम ने बैठक में मंथन किया। बैठक के बाद पत्रकार वार्ता में परिवहन मंत्री विक्रम ठाकुर ने बताया कि दुनिया भर में सालाना सड़क हादसों में 13 लाख लोग मारे जाते है। हिमाचल में सड़क हादसों की दर 11 फ़ीसदी है जो देश भर में ज्यादा है।

उन्होंने बताया कि HRTC ने 206 नई बसों की ख़रीद की है जबकि 350 बसों का टेंडर हो चुका है। स्मार्ट सिटी के लिए 50 इलेक्ट्रिक बसें भी खरीदी गई। हिमाचल में इलेक्ट्रिक व्हीकल का उद्योग भी लगाने जा रहा है। जो हिमाचल के लिए मील का पत्थर होगी। हिमाचल प्रदेश महिलाओं को HRTC में दी जा रही 50 फ़ीसदी छुट इंटर स्टेट रूट पर जा रही बसों में नही होंगी। यहां गौर रहे की HRTC 1000 करोड़ से ज्यादा के घाटे से गुजर रहा है।