65 प्रतिशत हिस्से के लाचार होने के बाबजूद जीते गोल्ड मेडल,प्रदेश का नाम किया रोशन

Won gold medal despite being helpless in 65 percent, brought laurels to the state
65 प्रतिशत हिस्से के लाचार होने के बाबजूद जीते गोल्ड मेडल,प्रदेश का नाम किया रोशन

उज्जवल हिमाचल। चंबा
हाल ही में जालंधर के पंजाब में दिव्यांगजनों के लिए आयोजित राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में बाट पंचायत के त्रिलोक ने दो स्वर्ण पदक जीत कर चम्बा का नाम रोशन किया है। बताते चले कि डिस्कस थ्रो व क्लब थ्रो में त्रिलोक ने राष्ट्रीय स्तर पर 15 प्रदेशों से आए कई प्रतिभागियों के साथ प्रतियोगिता में शामिल होकर दो स्वर्ण पदक हासिल किये है।

आपको बता दे कि यह प्रदेश में पहला मौका है कि शरीर के 65 प्रतिशत हिस्से के लाचार होने के बाबजूद भी किसी व्यक्ति ने अपनी हिम्मत और होंसले का लोहा मनवाते हुए डिस्कस थ्रो व क्लब थ्रो में गोल्ड मेडल हासिल किया है व प्रदेश और जिले का नाम रोशन किया है।

चंबा के रहने वाले त्रिलोक ने यह कारनामा करके दिखाया है। राष्ट्रीय स्तर पर 15 प्रदेशों से आए कई प्रतिभागियों को कडी टक्कर देकर इस उपलब्धि को प्राप्त किया है। इस अवसर पर करियां वार्ड के जिला परिषद सदस्य मनोज कुमार मनु ने त्रिलोक के घर जाकर उनसे व परिवार से मुलाकात की। सर्वप्रथम उन्हे बधाई दी व हार,टॉपी,शाल व स्मृति चिन्ह देकर उन्हें देकर सम्मानित किया।

एक तरफ जीत की खुशी तो दूसरी तरफ अपनी शारीरिक लाचारी को लिए त्रिलोक ने बताया कि एक दुर्घटना में उसके शरीर का निचला हिस्से ने काम करना बंद कर दिया था। और चार सालों से वो बिस्तर पर ही हैं। उन्हें खेल में काफी रूचि हैं परंतु अन्य प्रदेशों के मुकाबले हिमाचल में ऐसी कोई योजना नहीं जिससे किसी प्रकार की कोई मदद मिल सके।

हालांकि सामजिक सुरक्षा पैंशन योजना व सहारा योजना का लाभ मिल रहा है। जिससे परिवार चलाने में थोड़ा सहारा मिल जाता है। उनके परिवार में उनकी पत्नी व दो बच्चे भी है। बड़ी मुश्किल से परिवार का पालन पोषण होता है। हालांकि बीपीएल में नाम भी शामिल नहीं है।

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उन्होने मांग कि बीपीएल सूची में मेरा नाम शामिल होना चाहिये तथा एक इलैक्ट्रिक व्हील चेयर की इच्छा जाहिर की ताकि ज्यादा नहीं तो पंचायत घर तक तो चक्कर लगा आयें। वहीं जिला परिषद मनोज मनु ने बताया कि हमारे लिये गर्व की बात है कि चार साल से चल फिर न सकने के कारण भी त्रिलोक का हौंसला कायम है और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में वो दो स्वर्ण पदक जीत कर आये हैं।

यह अन्य लोगों के लिये भी प्रेरणास्त्रोत बने हैं। शुक्रवार शाम को त्रिलोक के घर जाने को और बधाई देने का मौका मिला। त्रिलोक ने जो इच्छा जाहिर की है बीपीएल के लिये, तो वो अभी 13 अप्रैल को होने वाली ग्राम सभा के समक्ष इस मांग को जरूर रखेंगे और प्रयास करेंगे कि इनका नाम बीपीएल सूची में शामिल हो सके और साथ में जो उन्होंने इलैक्ट्रिक व्हील चेयर की मांग है तो वो आगामी अपने बजट से उसको भी देने का हम पूरा प्रयास करेंगे।

जिला परिषद् सदस्य मनोज कुमार मनु ने हिमाचल प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से भी मांग की है कि जो इस तरह के युवक खेल के प्रति रूचि रखते हैं, जिनका हौंसला कायम है और जीना चाहते हैं। उनका सहयोग हेतु जरूर अन्य प्रदेशों की तर्ज पर कोई विशेष योजना चलायें।

संवाददाताः शैलेश शर्मा

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