हिमाचल : देव कमरूनाग और शैटीनाग का अद्भुत मिलन, माता शिकारी परिसर में करेंगे विश्राम

उमेश भारद्वाज। मंडी

हिमाचल देवी देवताओ की भूमि मानी जाती है। यह पर हर घर में देवी देवता का मंदिर मिल जायेगा। इस देवी देवताओ के प्रति लोगों की आस्था भी अटूट है। मंडी जिला के उपमंडल थुनाग के अराध्य देव और एक हजार पहाडियों के राजा देव शैटीनाग आज बुधवार को अपनी महायात्रा के दौरान मंडी जनपद के बड़ादेओ कमरूनाग की पावन भूमि से माता शिकारी देवी के निकल पड़े हैं। देव शैटीनाग12 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद देव कमरूनाग और माता शिकारी की महायात्रा पर अपनी मूल कोठी से निकले हैं।

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जानकारी देते हुए देव शैटीनाग के मुख्य कारदार हिम्मत सिंह ठाकुर ने कहा कि देव शैटीनाग अपनी 7 दिवसीय महायात्रा के दौरान मंगलवार देर शाम बड़ादेओ कमरूनाग की पावन भूमि पर पहुंचे और पवित्र झील की परिक्रमा कर देव कमरुनाग का विधिवत पूजन किया गया। उन्होंने कहा कि देव शैटीनाग बुधवार को देव कमरुनाग मंदिर परिसर से अपने अगले पड़ाव माता शिकारी देवी के लिए निकल पड़े हैं। जहां वे आज रात्रि विश्राम करेंगे। उन्होंने कहा कि देव शैटीनाग 12 वर्षों के उपरांत देव कमरूनाग और माता शिकारी के दर्शनों के लिए निकले हैं। इस दौरान देव कारदारों और देवलूओं द्वारा देवता के साथ संपूर्ण रीति रिवाजों को विधिनुसार निभाया जा रहा है।

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