वीरवार के दिन केले के पूजन से होता है ये विशेष लाभ…

Banana Worship
वीरवार को केले की पूजा का महत्व

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

हिंदू र्धम में गुरुवार के दिन व्रत रखने की पंरपरा है। इस दिन भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है साथ ही ये दिन देवगुरु बृहस्पति को भी समर्पित है गुरुवार व्रत व पूजा के दौरान केले के पेड़ की पूजा की जाती है। इस दिन केले के पेड़ को जल अर्पित किया जाता है और उसके नीचे देसी घी का दीपक अर्पित करने का विधान है।

पुराणों के अनुसार, केले के वृक्ष में भगवान विष्णु का वास माना गया है. इस दिन केले के पेड़ की पूजा से भगवान विष्णु अत्यंत प्रसन्न होते हैं

केले के पेड़ का महत्व

भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा में केले के पेड़ के पत्ते और केला फल अवश्य प्रयोग किया जाता है ऐसा करने से वैवाहिक जीवन सुखी रहता है सुख-संपत्ति प्राप्त होती है। केले के पेड़ की जड़, तना, पत्तियां और फल का इस्तेमाल पूजन में किया जाता है।

गुरुवार को केले के पेड़ की पूजा

गुरुवार सुबह स्नान-ध्यान करें। फिर केले के वृक्ष को प्रणाम करें जल चढ़ाएं। वृक्ष पर हल्दी गांठ चने की दाल और गुड़ अर्पित कर सकते हैं। अक्षत पुष्प चढ़ाएं देसी घी का दीपक जलाएं अंत में केले के पेड़ की परिक्रमा करें।

जिन लोगों की कुंडली में बृहस्पति कमजोर हैं वे अगर केले के पेड़ की पूजा करें तो उन्हें शुभ फल प्राप्त होने लगते हैं। केले के वृक्ष को शुभता और संपन्नता का प्रतीक भी माना गया है इसलिए इसके पूजन से व्यक्ति को कभी धन-धान्य की कमी नहीं होती है।