काजा के खेतों में दौड़ा याक, शुरू हुई फसल की बिजाई

उज्जवल हिमाचल। काजा

जिला लाहुल-स्पीति के काजा में इन दिनों लोग फसल की बीजाई के कार्य में जुटे हैं। हर साल की तुलना में इस साल बर्फवारी कम होने की वजह से यहां सूखे जैसे हालात उत्पन्न हो गए थे। इसी कारण यहां पर फसल की बिजाई का कार्य इस बार लेट शुरू हुआ है। वहीं, बर्फवारी कम होने की वजह लोगों का निकट भविष्य में सूखा पडऩे का डर भी सता रहा है। गौर रहे कि स्पीति घाटी में करीब 2750 घर हैं।

हर साल 800 से 900 हेक्टेयर में लोग जौ की फसल का उत्पादन करते हैं। स्पीति के ऊपरी इलाकों में नकदी फसल मटर के साथ जौ की खेती होती है, जबकि लोअर स्पीति में इन फसलों के साथ सेब व सब्जी का उत्पादन होता है। रबी फसल जौ के खाने से कई फायदे हैं।

इसमें फाइवर की मात्रा भी ज्यादा है। इसके सेवन से कई रोगों पर नियंत्रण होता है। स्पीति घाटी में आज भी पारंपरिक खेती जौ की फसल को लोगों ने जिंदा रखा है।