हिमाचल : करंट की चपेट में आने से युवक की मौत

दिनेश धीमान। इंदौरा

इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के साथ लगते गांव मलकाणा की मिझली बण्ड में लोगों द्वारा बिजली के खम्बे से जंगली जानवरों के शिकार के लिए बिजली का करंट लगाया गया था जिसकी चपेट में आने से एक युवक हैपी सिंह निवासी मोहली, डाकघर हटली, तहसील फतेहपुर की मौत हो गई। मामले की पुष्टि करते हुए एएसआई पुलिस चौकी ठाकुरद्वारा मनोहर लाल ने बताया कि पिछली रात एक युवक हैपी सिंह निवासी मोहली डाकघर हटली तहसील फतेहपुर की धान के खेत में लगाये गए बिजली के करंट की चपेट में आने से मौत हो गई है पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।

ज्ञात रहे कि इंदौरा के घँडरां, मल्हारी,सुरड्वा, घगवां, पलाखी, स्नोर आदि गांवों में भी अवैध रूप से शिकारियों द्वारा बिजली का करंट लगाया जाता है।बिजली विभाग के खम्बों से लगाये गये इस करंट से रोजाना किसी ना किसी जंगली जानवर को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है। बिजली के खम्बों से सरेआम लगाये जा रहे इस करंट को बिजली विभाग के कर्मचारी आंखों देखकर भी चुप बैठे हुए हैं। वहीं अगर इन जंगली जानवरों के अवैध शिकार की बात की जाये तो इस अवैध शिकार को रोकने में वन विभाग के अधिकारी भी असमर्थ दिखाई दे रहे हैं, इंदौरा के इन क्षेत्रों में लोग धड़ले से जंगली जानवरों का अवैध रूप से शिकार कर रहे हैं और वन विभाग के अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। आज इन्हीं सरकारी विभागों की लापरवाही से एक युवा को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा, अगर समय रहते इन अवैध शिकारियों पर लगाम नहीं लगाई गई तो आने वाले समय में इससे भी बड़ा हादसा हो सकता है आजकल लोगों द्वारा जंगली जानवरों के शिकार का एक नया तरीका निकाला गया है। इंदौरा के घँडरां , सुरड्वा, व मल्हारी गांव में यहां लोगों द्वारा जंगली जानवरों को मारने के लिये अब बंदूक की जगह बिजली के करंट का सहारा लिया जा रहा है।


इन अवैध शिकारियों की बजह से इन बेजुवान जंगली जानवरों को अपनी जान गवानी पड़ रही है। इस अवैध शिकार के कारण ही जंगलों से जंगली जानवर विलुप्त हो रहे हैं। परन्तु वन विभाग कुम्भकर्णीय नींद सोया हुआ है यदि समय रहते इन अवैध शिकारियों पर लगाम नहीं लगाई गई, तो वह दिन भी दूर नहीं है जिस दिन इन जानवरों को देखने को हमारी आंखें तरस जायेंगी। इन अवैध शिकारियों द्वारा खेतों से जा रही बिजली की तारों से रात को चोरी से कुंडियां डाल कर खेत के चारों तरफ बिजली का करंट लगा दिया जाता है और जब रात को यह जंगली जानवर अपना पेट भरने के लिए जंगल से निकलते हैं तो इन अवैध शिकारियों द्वारा लगाए इस बिजली के करंट में फंस जाते हैं और इन अवैध शिकारियों का निवाला बन जाते हैं।कई बार तो इस बिजली के करंट की चपेट में आने से आवारा पशुओं को भी अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है।

बिजली के खम्बों से लोगों द्वारा अबैद रूप से बिजली चोरी करके खेतों में लगाए गए इस करंट से कभी भी कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है यदि कोई अनजान आदमी इन खेतों में घास काटने चला गया तो उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ सकता है। हैरानी तो इस बात की है कि विधुत विभाग के खम्बों से सरेआम बिजली की चोरी करके ये लोग अवैध रूप से जंगली जानवरों का शिकार कर रहे हैं और प्रसाशन है कि सब कुछ जानते हुए भी मूकदर्शक बना हुआ है।

जब इस अवैध शिकार बारे डीएफओ नुरपुर से बात की गई तो उन्होंने यह कहते हुए इस मामले से पल्ला झाड़ लिया कि यह हादसा बिजली विभाग की लापरवाही से हुआ है।

अधिशाषी अभियंता विद्युत विभाग फतेहपुर

जब इस विषय पर अधिशाषी अभियंता बिद्युत विभाग फतेहपुर कृष्ण देव शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह मामला आपके माध्यम से मेरे ध्यान में आया है मैं आज ही अपने स्टाफ को इसका निरीक्षण करने के आदेश जारी करता हूं अगर कहीं भी इस तरह बिजली का करंट किसी भी खेत में दिखा तो उसका घर और मोटर का कनेक्शन तुरन्त काट दिया जायेगा।