पराशर द्वारा आयोजित नौवें मेडीकल कैंप में पहुंचे 1030 लाभार्थी

क्षेत्र के मनियाला गांव में हुई मरीजों की आंखों व कानों की जांच

उज्जवल हिमाचल। जसवां-परागपुर

ग्रामीण क्षेत्रों में आम जनता के घर-द्वार पर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने का कैप्टन संजय पराशर का मेराथन अभियान जारी है। इस कड़ी में जसवां-परागपुर क्षेत्र को मोतियाबिंद मुक्त करने के नारे को लेकर उन्होंने मंगलवार को मनियाला गांव में 9वें मेडीकल कैंप का आयाेजन किया। इस कैंप में 1030 लाभार्थी पहुंचे। 682 मरीजों ने अपने आंखों की जांच करवाई, तो 348 के कानों का चेक अप किया गया। पराशर के सौजन्य से आयोजित किए गए इस मेडीकल कैंप में सबसे ज्यादा बुजुर्ग व महिलाएं पहुंचे हुए थे। इस मौके पर पराशर ने कहा कि जसवां-परागपुर क्षेत्र के हर गांव को पूर्ण रूप से मोतियाबिंद मुक्त करना उनका सपना है और इस लक्ष्य काे हासिल करने के लिए भविष्य में भी ऐसे चिकित्सा शिविरों का आयोजन होता रहेगा।

मनियाला के बाद अब 11 सितंबर को रैल पंचायत के मेहड़ा और 18 सितंबर को कस्बा कोटला में मेडीकल कैंप आयोजित किए जा रहे हैं। कहा कि अब दूरदराज के उन गांवों में मेडीकल कैंप लगाना उनकी प्राथमिकता में शामिल रहेगा, जहां स्वास्थ्य व परिवहन सुविधाओं का अभाव है। जसवां-परागपुर क्षेत्र के हर गांव में लगाए गए कैंप में स्थानीय वासियों का भरपूर सहयोग मिला, जिसके लिए वह सभी का आभार जताते हैं। मनियाला गांव में आखों व कानों के नि:शुल्क चेक अप कैंप में सदवां, गरली, कटोह टिक्कर, कूहना, रक्कड़, बंडा, कालेश्वर, परागपुर, कलोहा, सरड डोगरी, सलेटी, चौली, निहारी, नाहन नगरोटा, मसोट, बणी, सेहरी, लग्ग बलियाणा, कोलापुर, धार खरोटी और मूंही सहित सहित 26 गांवों के लाभार्थी पहुंचे हुए थे।

कैंप में आए 402 मरीजों को नि:शुल्क चश्मे वितरित किए गए। 417 मरीजों को आई ड्राप्स दिए गए, जबकि आंख चेक करने वाले चिकित्सा विशेषज्ञों ने 60 मरीजों को ऑपरेशन करने की सलाह दी। इन मरीजों का मोतियाबिंद का अपारेशन जालंधर के निजी अस्पताल में संजय पराशर के द्वारा करवाया जाएगा। शिविर में 348 मरीजों के कानों की जांच की गई। इसमें 137 को कानों की मशीन फ्री में वितरित की गई, तो 190 को कानों की दवाई भी दी गई। इसके साथ ही कैंप में पहुंची 204 महिलाओं को 2040 निःशुल्क सैनेटरी पैड भी वितरित किए गए।

सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक चले इस शिविर में कोरोना नियमों का भी आयोजकाें ने पूरा ख्याल रखा गया। कैंप में पहुंचे 80 वर्षीय किशन चंद, 82 वर्षीय सरला देवी, 81 वर्षीय जगत राम, 75 वर्षीय निर्मला देवी और 72 वर्षीय शीला ने बताया कि उन्हें देखने में दिक्कत पेश आ रही थी, लेकिन कैप्टन संजय ने उनके घर के पास ही मेडीकल कैंप का आयोजन करके एक तरह से बड़ा उपकार किया है और इसके लिए वह पराशर का आभार जताते हैं। इस चिकित्सा शिविर में स्थानीय पंचायत प्रधान सुषमा देवी, उपप्रधान विवेक ठाकुर, बीडीसी सदस्य राज रानी, समाजसेवी पंडित हेमराज, वार्ड पंच सुलोचना देवी और रजनी देवी भी मौजूद रहे।

9 सितम्बर को होंगे मोतियाबिंद के ऑपरेशन
कैप्टन संजय पराशर के सौजन्य से आयोजित किए गए इस मेडीकल कैंप में जिन्हें मोतियाबिंद का आपरेशन करवाने की सलाह दी गई है, उनके आपरेशन जालंधर स्थित निजी अस्पताल में 9 सितंबर को होंगे। मोतियाबिंद ऑपरेशन करवाने वाले मरीजों को उनके निवास स्थान से आने व जाने के लिए वाहन की निःशुल्क सुविधा दी जाएगी। साथ में दवाई, भोजन और ठहरने तक की व्यवस्था होगी। चश्मे से लेकर आपरेशन तक निःशुल्क सुविधा मिलने का फायदा ग्रामीण क्षेत्रों के रोगी ज्यादा उठा रहे हैं। अब तक पराशर 300 ज्यादा मरीजों के मोतियाबिंद के सफल ऑपरेशन करवा चुके हैं।