डॉ मोसमुडम विश्ववेरिया की धूमधाम से मनाई 161वीं जयंती

विनय महाजन। नूरपुर

नूरपुर हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण विभाग के 9वें सर्किल में आज भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित डॉ मोसमुडम विश्ववेरिया की 161वीं जयंती नुरपुर में मनाई गई। इस समारोह की शिरकत नुरपुर के अधीक्षण अभियंता महेंद्र पाल धीमान ने विभागीय इंडीनियरों के साथ फोटो पर फूल माला चढ़ाकर श्रद्धासुमन अर्पित किए। धीमान ने अपने संबाेधन में उपस्थित इंजीनियरों को उनके मार्ग दर्शन पर चलने की नसीहत दी।

उन्होंने कहा कि आज देश के सभी इंजीनियर इस दिवस को एक अभियंता दिवस के रूप मे मनाते हैं। यह आज भी गर्व की बात है कि आज के युवा इंजीनियर इस दिवस को एक महान विभूति के रुप में मनाते हैं। यही एक प्रेरणा है, युवा पीढ़ी में आजादी से पहले इस इंजीनियर को फूल मालाओं पहनाते हैं। डॉक्टर विश्वेश्वरिया का जन्मदिन 15 सितंबर,1860 को कर्नाटक के एक छोटे से गांव में हुआ था। 1955 में भारत के सर्वोच्च भारत रत्न से सम्मानित किया गया, जो आज सारे देश में अभियंता दिवस के रूप में मनाया जाता है।

1880 मे बीए की परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया। मैसूर सरकार ने इन्हें इंजीनियर की डिग्री करवाई 1863 में प्रथम श्रेणी में इंजीनियर की परीक्षा पास करने के बाद इन्हें नासिक में सहायक अभियंता के पद पर तैनात किया। उस समय की बात है, जब भारत आजाद नहीं था, इनके मार्ग दर्शन पर हम सभी मिलकर काम करे लोग हमें याद करेंगे। मौके पर नूरपुर के अधिशासी अभियंता व इंदौरा, फतेहपुर, देहरा व जवाली तथा औकार धीमान के साथ साथ पूरा स्टाफ उपस्थित था।