कंडवाल भदरोया सड़क में जगह-जगह 2 से 3 फुट गहरे गड्ढे, वाहनों का गुजरना खतरे से खाली नहीं

उज्ज्वल हिमाचल। नूरपुर

राष्ट्रीय हाईवे प्राधिकरण से 13 करोड़ की राशि की मांग की गई थी। इसका कारण यह बताया गया था कि गत एक साल से राष्ट्रीय राजमार्ग के यातायात जिसमे विशेषकर बड़े वाहन चक्की पुल बंद होने के कारण इस कंडवाल भदरोया सड़क से गुजर रहे हैं। वही गत तीन माह से चक्की पुल सभी प्रकार के वाहनों के लिए प्रतिवन्धित कर दिया गया है। पीडब्ल्यूडी विभाग के अनुसार यह राष्ट्रीय प्राधिकरण का दायित्व बनता है कि यातायात के इस अतिरिक्त दवाब के कारण टूट चुकी सड़क की मरम्मत के लिए राशि प्रदान करे।

लेकिन प्राधिकरण द्वारा इसे दिए जाने से इनकार करते हुए कहा कि इसको रूटीन मरम्मत के द्वारा सार्वजनिक निर्माण विभाग ही ठीक करवाए। इस तरह जर्जर स्थिति में पहुंच चुकी इस सड़क के सुधरने पर प्रश्नचिन्ह लग गए हैं। गौरतलब है कि गत 1 साल से सभी प्रकार के छोटे बड़े वाहन कंडवाल भदरोया सड़क से गुजर रहे हैं तथा अतिरिक्त यातायात द्वावकी बजह से जगह-जगह 2 से 3 फुट गहरे गड्ढे सड़क पर हो चुके हैं। जिस पर दो पहिया व छोटे चार पहिया वाहनों का गुजरना खतरे से खाली नहीं है।

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हिमाचल को पंजाब व जम्मूकश्मीर से जोड़ने वाले चक्की पुल को समस्त यातायात के लिए प्रतिबंध के बाद सारा आवागमन इसी सड़क से होकर गुजर रहा है तथा सड़क की दयनीय हालत से इस सड़क का प्रतिदिन प्रयोग करने वाले अत्यंत परेशान है। राजमार्ग के समस्त यातायात के इस सड़क से गुजरने के चलते इसकी मरम्मत का दायित्व राष्ट्रीय सड़क प्राधिकरण का बनता है। उन्हें इसकी तत्काल मरम्मत के लिए जरूरी 13 करोड़ किया एस्टीमेट भेजा गया है। सड़क की रूटीन रिपेयर का कार्य पीडब्ल्यूडी विभाग का दायित्व है। पीडब्ल्यूडी के 13 करोड़ का एस्टीमेट खारिज कर दिया गया है!

संवाददाताः विनय महाजन

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