कैप्टन संजय पराशर ने तियामल में किया 25वें महायज्ञ का आयोजन

उज्जवल हिमाचल। डाडासीबा


कैप्टन संजय ने कहा कि जसवां परागपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी है। जिसमें पर्याप्त स्तर पर सुधार की आवश्यकता है। शुक्रवार को तियामल गांव के प्रसिद्ध गुग्गा जाहर वीर मंदिर में आयोजित 25वें महायज्ञ के आयोजन पर पराशर ने कहा कि तियामल पंचायत में वर्षों से ऐसी मूलभूत समस्याएं हैं।

जिनका सामना हर रोज गांववासियों को करना पड़ता है। बावजूद इन दिक्कतों पर आज तक किसी का ध्यान नहीं गया। यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है। संजय ने कहा कि इन समस्याओं के हल के लिए विजन के तहत काम करना होगा।
पराशर ने कहा कि क्षेत्र के सभी गांवों की समस्याएं एक जैसी ही नजर आती हैं। अगर कहीं विद्यालय है, तो वहां पूरा स्टाफ नहीं है और स्टाफ है तो भवन की कमी है। तियामल पंचायत के स्कूल का दर्जा बढ़ना चाहिए ताकि बच्चों को मैट्रिक के बाद जमा दो की पढ़ाई के लिए चन्नौर या बड्डल ठोर न जाना पड़े।

उन्होंने कहा कि शीतला मंदिर से लेकर चन्नौर तक का सड़क मार्ग अत्यंत तंग है और अक्सर इसी वजह से इस सड़क पर दुःखद् दुर्घटनाएं होती रही हैं। वर्तमान में जब ट्रैफिक काफी बढ़ गया है, तो इस सड़क को चौड़ा करना समय की मांग है। पराशर ने कहा कि तियामल पचांयत में अन्य गांवों की तरह पेयजल समस्या है और वाटर टैंक का आकार छोटा होने से गर्मी के मौसम में यह समस्या विकराल रूप धारण कर लेती है।

इस समस्या के हल को प्रयास करने के लिए तंत्र को प्रभावी कदम उठाने होंगे। संजय ने कहा कि इस पंचायत के संपर्क मार्गों की हालत भी अत्यंत खस्ता है। राड़खत्ता, पिंडला, खली और जखूणी गांवों में संपर्क मार्गों पर पैदल चलना तक आसान नहीं है। इन बस्तियों के लिए बेहतर रास्तों का निर्माण होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि पंचायत में परिवहन सुविधाओं का भी अभाव है। परिवहन सुविधा की कमी से गांववासियों को टैक्सी करने पर मजबूर होना पड़ता है। स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर पंचायत में कुछ खास नहीं है। आबादी के हिसाब से स्वास्थ्य ढांचा बेहद मजबूत होना चाहिए क्योंकि इस तथ्य को कोविड-19 के समय में सबने नजदीक से अनुभव किया है।

इस पंचायत के अभी तक मोक्षधाम का निर्माण भी नहीं हो पाया है। पंचायत में प्रसिद्ध धार्मिक स्थल देवीधार भी है, जोकि हजारों श्रद्धालुओं की आस्था व श्रद्धा का केन्द्र हैं लेकिन विडंबना है कि इस स्थल के लिए भी ढंग के रास्ते का निर्माण नहीं हो पाया है।

संजय ने कहा कि पंचायत में बेसहारा पशुओं व जंगली जानवरों के आंतक के कारण किसान खेती नहीं कर पा रहे हैं। इन सभी समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर हल होना चाहिए। महायज्ञ में पंचायत के डेढ़ सौ से ज्यादा परिवारों ने भाग लिया और हवन यज्ञ में आहुतियां डालीं।

इस अवसर पर पूर्व प्रधान कमल राज राही, अश्वनी कुमार, दिनेश, देसराज, सतीश, राम पाल, प्रकाश चंद, लवली, मदन लाल, बलदेव सिंह, सुभाष, सतपाल, राजेन्द्र यशपाल, सोहन लाल, सुलेखा देवी, पूनम, निशा, कुसुम, राधा, सीमा, प्रवीण कुमारी और कमलेश देवी भी मौजूद रहे।