ट्रैवल हिस्ट्री छुपाने पर 3 एफआईआर दर्ज

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

हिमाचल प्रदेश में एक तरफ कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा रोजाना लगातार बढ़ता ही जा रहा है। वहीं, बाहरी राज्यों से लोगों के आने का सिलसिला भी लगातार जारी है। इसी बीच कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो अपनी ट्रैवल हिस्ट्री छुपा कर अपने साथ और लोगों की जान भी खतरे में डालने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। हाल ही में दिल्ली से जानकारी छुपा कर मंडी जिला पहुंंचे कोरोना पॉजिटिव लोगों के खिलाफ मंडी पुलिस ने सख्त कार्रवाई अमल में लाई है।

मंडी जिला में ऐसे तीन मामले सामने आने के बाद अब पुलिस ने कोरोना पॉजिटिव व उनके परिजनों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। तीनों मामले लडभड़ोल क्षेत्र से संबंध रखने वाले लोगों के हैं। पहले मामले में लडभड़ोल क्षेत्र से संबंध रखने वाली कोरोना पॉजिटिव महिला सहित अन्य तीन सदस्यों पर आईपीसी की धारा 307, 270 व 34 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं, एसडीएम जोगिंद्रनगर कार्यालय की तरफ से दी गई शिकायत में कहा गया है कि विनोद कुमार नाम के व्यक्ति का परिवार 15 जून को सुबह यहां पहुंचा और उन्हें क्वारंटाइन किया गया था।

इस बीच उन्होंने स्वयं ही सूचना दी कि उसकी पत्नी की रिपोर्ट दिल्ली में कोरोना पॉजिटिव आई है। इसके बाद यह भी जानकारी मिली कि इस परिवार को दिल्ली में होम क्वारंटाइन किया गया था और उन्होंने जानकारी छुपाकर टैक्सी से घर आकर दूसरों की जिंदगी खतरे में डाली है। दूसरे मामले में बल्ह पुलिस थाना में एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

व्यक्ति पर आरोप है कि उसने रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बावजूद मूवमैंट पास बनाए और दो टैक्सी चालकों को इसकी भनक तक लगने नहीं दी और बार्डर पर भी पुलिस टीम को गुमराह किया गया। इसके अलावा तीसरा मामला भी एक सप्ताह पूर्व लडभड़ोल क्षेत्र से संबंध रखने वाले व्यक्ति का है, जिसने प्राइवेट लैब से अपनी कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आने के बाद भी दिल्ली से यहां तक जानकारी छुपाए रखी और सीधे मेडिकल कॉलेज पहुंच कर अपने कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी दी।

उधर, मामलों को लेकर एसपी मंडी गुरदेव शर्मा ने बताया कि दिल्ली प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को बिना बताए ही ये लोग नेरचौक व जोगिंद्रनगर पहुंचे और इन के द्वारा जानकारी छुपाई गई गई। उसी आधार पर इन सभी लोगो के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है।