एक्ट्रेस अर्चना पूरन सिंह के बेटों को इंडस्ट्री में नहीं मिल रहा काम

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

कंगना रणौत ने जबसे नेपोटिज्म का मुद्दा उठाया है तभी से यह एक चर्चा का विषय बन गया है। फिल्म जगत में जब भी कोई स्टार किड कदम रखने जाता है, उस समय नेपोटिज्म शब्द लोगों की जुबां पर आ जाता है। कुछ लोग इसकी तरफदारी करते हैं और इसे बिलकुल गलत नहीं मानते तो वही कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें ये लगता है कि स्टार किड को फिल्मों में बिना ऑडिशन लिए ले लिया जाता है, जिसकी वजह से कई प्रतिभाशली लोग अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका खो देते हैं। बॉलीवुड में भी अपने बलबूते पर मुकाम बनाने वाले कलाकार इस बात से बिलकुल सहमत होते हैं कि स्टार किड की फिल्मों में एंट्री ज्यादा आसान हैं। कुछ लोग इस इंडस्ट्री में ऐसे भी हैं जिनके माता-पिता भले ही एक सफल कलाकार रहे हों, लेकिन उनके बच्चे फिल्मों में अपनी जगह बनाने के लिए ऑडिशन देते हैं। उन्हीं में से एक हैं अर्चना पूरन सिंह और परमीत सेठी।

कुछ-कुछ होता है से लेकर, किक सहित कई सफल फिल्मों का हिस्सा रहने वाली अर्चना पूरन सिंह ने नेपोटिज्म पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। एक मीडिया बातचीत में अर्चना ने कहा कि उनके बच्चों को फिल्म जगत में अपनी जगह बनाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ रही है। अर्चना के अनुसार, उनका बेटा आर्यमन अभिनय में अपना करियर बनाना चाहता है, जिसकी वजह से वो लगातार कई जगहों पर ऑडिशन दे रहा है। अर्चना ने कहा मेरे बेटे को अब तक कोई अच्छा काम नहीं मिल पाया है। अर्चना पूरन सिंह और परमीत सेठी के दो बेटे हैं। जिनका नाम आर्यमन और आयुष्मान है। अर्चना ने मीडिया बातचीत में कहा कि वो अपने बेटों के निर्णय से खुश हैं। वो दोनों लगातार ऑडिशन दे रहे हैं, क्योंकि वो अपने पैरो पर खुद खड़े होना चाहते हैं। अर्चना ने बताया कि उनके बच्चे भले ही फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखते हैं लेकिन उन्हें किसी भी तरह का खास और अलग ट्रीटमेंट नहीं मिलती।