पंडोह से मात्र 500 मीटर की दूरी पर तीन पीपल के 25 बाढ़ प्रभावितों को भूला प्रशासन

त्रासदी के बाद 16 दिन बीत जाने के बावजूद बाढ़ प्रभावितों के हाथ अभी तक हैं खाली

उज्जवल हिमाचल। मंडी

मंडी जिला के पंडोह में बीते 9 जुलाई को बाढ़ के रूप में आई आफत ने लोगों का जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। क्षेत्र में हुए नुकसान को लेकर प्रदेश सरकार ने पंडोह बाजार में फौरी राहत राशि आबंटित कर दी है। लेकिन राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर पंडोह से मात्र 500 मीटर की दूरी पर स्थित तीन पीपल बाजार के 25 बाढ़ प्रभावित परिवार आज भी सरकार से राहत की दरकार लगाए हुए है।

त्रासदी के बाद 16 दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक प्रभावित लोगों को फौरी राहत के तौर पर कुछ भी नहीं मिल पाया है। अब बाढ़ प्रभावितों ने सरकार और जिला मंडी प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। इनमें महिला मंडल प्रधान किरण ठाकुर, कविता, किशोर, प्रवीण, चंदन, अर्जुन, विजय माला, राजेश्वरी, श्वेता ,दलजीत, रवि ठाकुर, पुरषोत्तम, इंद्रपाल, अर्जुन सिंह ,गौरव शर्मा, चंदन, संत निरंकारी भवन, शिव मंदिर, बलदेव सिंह सहित कुल 25 परिवार हैं।

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जानकारी देते हुए प्रभावित रंजीव कुमार, कमलजीत,कौरा देवी, विजय भल्ला, किरण देवी और रमेश चंद ने कहा कि क्षेत्र में आई बाढ़ से इनका काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि जब पंडोह में बाढ़ पीड़ितों को एक-एक लाख और किराएदारों को 50-50 हजार की फौरी राहत राशि मिल सकती है तो इनकी सुध आज दिन तक प्रशासन द्वारा क्यों नहीं ली गई है। राज्सव विभाग की ओर से स्थानीय पटवारी द्वारा मौके का दौरा कर नुकसान का जायजा तक लिया जा चुका है।

लेकिन अब तक राहत राशि किसी को भी नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि तीन पीपल बाजार में ब्यास नदी के साथ 25 परिवार हैं और बाढ़ के कारण उनका लाखों का नुकसान हुआ है। कुछ लोगों के घरों में दरारें आ गई हैं और घर टूटने की कगार पर पहुंच गए हैं। प्रभावितों का कहना है कि पंडोह बाजार में बाढ़ प्रभावितों की तर्ज पर इन्हें भी अतिशीघ्र राहत राशि प्रदान की जाए।

वहीं स्थानीय पंचायत प्रधान वीना महंत और बीडीसी सदस्य खेम चंद ने कहा कि पंचायत द्वारा निर्मित शौचालय और तीन पीपल में ब्यास किनारे लगाई गई प्रोटेक्शन वॉल भी बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गई है। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया है कि तीन पीपल में बाढ़ से हुए नुकसान के लिए सरकार के दिशानिर्देशानुसार राहत राशि दी जाए।

इसको लेकर तहसीलदार सदर अजय बग्गा ने कहा कि प्रशासन ने इन सभी के घरों का जायजा लिया है। कोई भी फौरी राहत के लिए पात्र नहीं हैं। नुकसान डंगे के टूटने और सेप्टिक टैंक के रूप में जरूर हुआ है। इसका आकलन तैयार कर लिया गया है जिसे उपायुक्त मंडी को सौंप दिया जाएगा।

संवाददाताः उमेश भारद्वाज

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