अफ्रीकी देशों पर बढ़ते जा रहे प्रतिबंध, ओमिक्रोन की दहशत से डरी दुनिया

उज्जवल हिमाचल। नई दिल्ली

साउथ अफ्रीका में पाए गए कोरोना के नए वैरिएंट ने दुनिया के होश उड़ा दिए हैं। कोरोना के इस नए वैरिएंट को वैरिएंट ऑफ कंसर्न (VoC) की कैटेगरी में रखते हुए WHO ने इसे ओमिक्रॉन नाम दिया है। यह कोरोना का अब तक का सबसे अधिक म्यूटेशन करने वाला वैरिएंट माना जा रहा है। यही वजह है कि वैज्ञानिक इसे ‘डरावना’ बता रहे हैं। इस वैरिएंट को भारत में दूसरी लहर और दुनिया के कई देशों में तीसरी लहर की वजह बने डेल्टा वैरिएंट से कहीं ज्यादा म्यूटेशन और तेजी से फैलने वाला करार दिया गया है। ओमिक्रोन से जुड़ी हर खबर जानने के लिए हमारे साथ जुड़े रहे। पाकिस्‍तान को भी ओमिक्रोन की चिंता सताने लगी है।

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प्रधानमंत्री इमरान खान के विशेष सहायक डाक्‍टर फैसल सुल्‍तान ने कहा है कि इसका पाकिस्‍तान में आना तय है इसको आने से रोका नहीं जा सकता है। पाकिस्‍तान के योजना मंत्री ने देशवासियों से अपील की है कि वो जल्‍द से जल्‍द वैक्‍सीनेशन करवाकर अपने और अपने परिजनों की सुरक्षा को तय करें। इसको देखेते हुए पाकिस्‍तान ने भी छह देशों पर ट्रैवल बैन लगाया है। अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडन ने लोगों को सलाह दी है कि इस वेरिएंट को चिंता का कारण मानना चाहिए न कि घबराने का कारण।

उन्‍होंने लोगों से अपील की कि वे तेजी से कोरोना वायरस वैक्‍सीन को लगवाएं। ओमीक्रोन के म्‍यूटेशन को लेकर अमेरिका के स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के अधिकारी वैक्‍सीन बनाने वाले विशेषज्ञों से बात कर रहे हैं ताकि ओमीक्रोन के म्‍यूटेशन को लेकर तैयारी की जा सके। हालांकि उन्‍होंने जोर देकर कहा कि अमेरिका बिना लॉकडाउन या यात्रा बैन लगाए ही ओमीक्रोन वेरिएंट पर काबू पाने में सक्षम है। अमेरिका ने अभी 8 अफ्रीकी देशों से यात्रा पर कई तरह की रोक लगाई हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने आगाह करते हुए कहा कि तेजी से रूप बदल रहा ओमिक्रोन कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैल सकता है। इससे संक्रमण बढ़ने का भी खतरा है जिसके चलते कुछ क्षेत्रों में गंभीर नतीजे हो सकते हैं।

डब्ल्यूएचओ ने कहा कि अभी तक दुनिया के किसी देश में ओमिक्रोन के चलते मौत की कोई खबर नहीं है, लेकिन वैक्सीन और पूर्व के संक्रमण के चलते पैदा हुई प्रतिरक्षा को बेअसर करने की इसकी क्षमता का पता लगाने के लिए अभी और अध्ययन की जरूरत है। ओमिक्रोन वैरिएंट के तेजी से फैलने से मरीजों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि की आशंका जताते हुए संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी ने अपने सभी 194 सदस्य देशों से टीकाकरण में तेजी लाने, खासकर अधिक जोखिम वाले समूह के लोगों का प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण करने का आग्रह किया।

डब्ल्यूएचओ ने कहा, ‘ओमिक्रोन में स्पाइक प्रोटीन वाले हिस्से में बहुत ज्यादा म्युटेशन हुआ है, इनमें से कुछ महामारी की गंभीरता पर संभावित प्रभाव को लेकर चिंता पैदा करते हैं। समग्र रूप से इससे बहुत बड़ा वैश्विक खतरा है।’हालांकि, एक दिन पहले डब्ल्यूएचओ ने कहा था कि ओमिक्रोन के ज्यादा संक्रामक होने के अभी प्रमाण नहीं मिले हैं और दुनिया भर में अभी भी संक्रमण के 99 प्रतिशत मामले डेल्टा वैरिएंट के ही आ रहे हैं। फासी वाशिंगटन से मिली आइएएनएस की ही रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के सबसे बड़े स्वास्थ्य अधिकारी एंथोनी फासी ने नए ओमिक्रोन वैरिएंट के चलते और टीकाकरण में स्थिरिता की वजह से अपने देश में कोरोना महामारी की पांचवीं लहर आने की आशंका जताई है।

फासी ने कहा है कि ओमिक्रोन के अधिक संक्रामक होने के संकेत मिले हैं। हालांकि, उन्होंने रविवार को राष्ट्रपति जो बाइडन को यह बताया था कि ओमिक्रोन पर ठोस जानकारी मिलने में कम से कम दो हफ्ते का वक्त लगेगा। साथ ही यह उम्मीद भी जताई थी कि संक्रमण के गंभीर होने से रोकने में मौजूदा वैक्सीन कुछ हद तक सफल हो सकती हैं।