कोरोना का दंश : एक ही परिवार ने मात्र 12 दिनों में खोए बाप-बेटा

सुंदरनगर के डोढ़वा क्षेत्र में परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

उमेश भारद्वाज। मंडी

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला में कोरोना संक्रमण के मामले बढऩे के साथ-साथ कोरोना से मौत का ग्राफ भी बढ़ता जा रहा है। वहीं कोरोना के इस दंश को झेल रहे लोगों में मंडी जिला से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। मामले में मंडी जिला के उपमंडल सुंदरनगर के डोढ़वा क्षेत्र में पिता की कोरोना संक्रमण से मौत के बाद अब 38 वर्षीय बेटे ने भी संक्रमण से हार मानते हुए दम तोड़ दिया है। संक्रमित युवक ने आज श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक में स्थापित डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में अंतिम सांस ली। मृतक कोरोना संक्रमण के अलावा किसी अन्य बीमारी से ग्रसित नहीं था।मृतक का अंतिम संस्कार कोरोना नियमों के तहत घर के नजदीक श्मशान घाट में प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की मौजूदगी में किया गया।

मामले में मृतक के पिता का देहांत भी कोरोना संक्रमण के कारण 12 दिन पहले हुआ था। मृतक के पिता कैंसर रोग से पीडि़त थे जिन का इलाज जालंधर में चल रहा था और मृतक के पिता कोरोना संक्रमित पाए गए थे। उन्हें एतिहातन तौर पर मेडिकल कॉलेज नेरचौक रेफर कर दिया गया था। जहां उनकी संक्रमण से मौत हो गई थी। इसके अलावा जब अन्य परिजनों के कोरोना सैंपल लिए गए तो उनका 38 वर्षीय बेटा रैपिड एंटीजन टेस्ट और पत्नी, बहू और पोती आरटीपीसीआर टेस्ट में संक्रमित पाई गई थी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी संक्रमितों को होम आइसोलेट कर दिया गया था। लेकिन जब मृतक की तबीयत बिगड़ी तो उन्हें डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर मातृ शिशु अस्पताल सुंदरनगर रैफर कर दिया गया। मृतक की तबीयत में सुधार ना होने के चलते उन्हें मेडिकल कॉलेज नेरचौक रेफर कर दिया गया था। जहां वीरवार को उनकी मौत हो गई।

मृतक की मौत से क्षेत्र में शोक की लहर है। वहीं पिता और बेटे की मौत के बाद परिवार में अब कोई भी पुरुष नहीं बचा है जिस कारण परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है।

मृतक की संबंधित ग्राम पंचायत कपाही के प्रधान ओमप्रकाश ने बताया कि क्षेत्र के 38 वर्षीय व्यक्ति की कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से मौत हुई है। उन्होंने कहा कि इनके पिता की भी कुछ दिन पहले कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से मौत हो चुकी है। अब इनके परिवार में कोई भी पुरुष नहीं बचा है। यह बहुत ही चिंतनीय और दु:ख का विषय है।