चार साल बाद फिर सोलन में ससुर दामाद आमने-सामने

उज्जवल हिमाचल। सोलन

सोलन निर्वाचन क्षेत्र की राजनीति में फिर से ससुर व दामाद आमने-सामने आ गए हैं। चार वर्ष के बाद दामाद यानी 2017 में भाजपा उम्मीदवार रहे डाॅ. राजेश कश्यप ने सुसर व सोलन के विधायक कर्नल धनीराम शांडिल के खिलाफ मोर्चा खोला है। दोनों रिश्तेदारों की राजनीतिक लड़ाई चर्चा का विषय बनी हुई है। भाजपा नेता डाॅ. राजेश कश्यप ने वीरवार को सोलन में पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया कि विधायक उनके लोगों को डरा रहे हैं तथा विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न करने का प्रयास कर रहे हैं।

इस दौरान उन्होंने कर्नल शांडिल की ओर से जारी डीओ नोट पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। इसमें कहा गया है कि पंचायत पौधना के तहत गांव आंजी को उठाउ पेयजल योजना से बाहर किया जाए। इसे बाद में भाजपा ने इस पेयजल योजना के तहत शामिल किया है। डाॅ. कश्यप ने कहा कि तुंदल में अटल विद्यालय के लिए जमीन चयनित की गई थी, लेकिन विधायक ने इसमें भी बाधा उत्पन्न की, जिसकी वजह से करोड़ों की योजना भी सिरे नहीं चढ़ पा रही है।

सोलन भाजपा विधायक मिलन कार्यक्रम से भी काफी परेशान नजर आई। इस कार्यक्रम के दौरान अब तक कर्नल शांडिल सैकड़ों लोगों को कांग्रेस में शामिल कर चुके हैं। राजेश कश्यप ने कहा कि कांग्रेसी अपने ही लोगों को फिर पार्टी में शामिल करने का दिखावा कर रहे हैं। आपकों बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव में सुसर दामाद के बीच कड़ी टक्कर हुई थी। कांग्रेस उम्मीदवार कर्नल धनीराम शांडिल मात्र 671 वोट से जीते थे। शांडिल को 26200 वोट व भाजपा उम्मीदवार डाॅ. राजेश कश्यप को 25529 वोट मिले थे।