संभावित टिड्डियों के हमले के मद्देनजर राज्य में अलर्ट

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। शिमला

अन्य राज्यों के साथ हिमाचल प्रदेश में भी बड़े पैमाने पर रेगिस्तानी टिड्डों के संभावित आक्रमण के कारण अलर्ट जारी किया गया है। पड़ोसी राज्यों में टिड्डियां फसलों को नष्ट कर रही है। जिसके कारण प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है। ख़ासकर कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर और सोलन जिले हाई अलर्ट पर हैं। कृषि विभाग टिड्डियों की गतिविधियों पर निरंतर नजर रखने तथा किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए फील्ड अधिकारियों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।

  • जैव कीटनाशकों को पर्याप्त मात्रा में तैयार करने के निर्देश

कृषि मंत्री रामलाल मार्कण्डेय ने बताया कि यह रेगिस्तानी टिड्डे आमतौर पर हवा के साथ लगभग 16 से 19 किमी प्रति घंटे की गति से हवा के साथ उड़ते हैं और एक दिन में लगभग 5 से 130 किमी या इससे अधिक की दूरी तय कर सकते हैं। इसके बचाव के लिए 30 लीटर पानी में 200 ग्राम मैथेरिजियम और बाॅवरिया जैसे जैव कीटनाशक का घोल बना कर छिडकाव करने में आदेश दिए गए है।

  • बारिश, तूफ़ान व ओलावृष्टि से 52 करोड़ का नुकसान

उन्होंने कहा कि जैव नियंत्रण प्रयोगशाला, कांगड़ा और मंडी को इन जैव कीटनाशकों को पर्याप्त मात्रा में तैयार करने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने बताया कि एक सप्ताह पहले तक हिमाचल प्रदेश में बारिश, तूफ़ान ओलावृष्टि से अप्रैल से मई मध्य तक 52 करोड़ का नुकसान हो चुका है। जबकि ताज़ा नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।