भवन को तरसे रहे आंगनबाड़ी केंद्र

एसके शर्मा। हमीरपुर

उपमंडल के अंतर्गत पड़ने वाले बिझड़ी ब्लॉक के तहत आने वाले दर्जनों आंगनबाड़ी केंद्र बिना भवन के चल रहे हैं। उन्हें आज तक अपने भवन नसीब नहीं हो पाए हैं। सरकार द्वारा आज तक इन आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए भवन बनाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं, जिस कारण ग्रामीणो में काफी रोष पनप रहा है। बिझड़ी ब्लॉक की 52 ग्राम पंचायतों में 273 के करीव आंगनबाड़ी केंद्र हैं, लेकिन इनमें लगभग 26 ही आंगनबाड़ी केंद्रों के पास अपने भवन हैं।

  • बिझड़ी ब्लॉक में 273 आंगनबाड़ी केंद्र में से मात्र 26 आंगनबाड़ी केंद्र के पास भवन
  • अपना भवन न होने के कारण आंगनबाड़ी केंद्र का रिकॉर्ड भी सुरझित नहीं

ब्लॉक में आठ आंगनबाड़ी केंद्रों के भवनों का निर्माण कार्य चला हुआ है, बाकी आंगनबाड़ी केंद्रों के पास अपने भवन नहीं हैं। ये आंगनबाड़ी केंद्र सरकारी स्कूलों व निजी घरों में चलाए जा रहे हैं। ब्लॉक की हर पंचायत में 4-5 आंगनबाड़ी केंद्र हैं, लेकिन इस ओर प्रशासन द्वारा कोई भी ध्यान नहीं दिया गया। जिस कारण ये आंगनबाड़ी केंद्र अपने भवन को तरस रहे हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों के पास अपने भवन न होने के कारण इनका रिकॉर्ड भी सुरझित नहीं है। बताया जा रहा है कि इन आंगनबाड़ी केंद्रों के भवनों का निर्माण जमीन न मिलने के कारण नहीं हो पा रहा है।

पंचायत के द्वारा अभी तक आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए जमीन का चयन भी नहीं किया गया है। इन आंगनबाड़ी केंद्रों में कई आंगनबाड़ी केंद्र ऐसे हैं, जो कि उचित स्थान पर भी नहीं हैं। वहां का वातावरण ठीक नहीं है, लेकिन प्रशासन द्वारा इसे देखने के वाबजूद भी बदलने की जहमत तक नहीं उठाई, जिस कारण गांववासी अपने बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र में कम ही भेज रहे हैं।

इनमें कई ऐसे आंगनबाडी केंद्र हैं, जहां पर सफाई नामात्र ही है और इनके पास गंदगी फैली हुई हैं, जो कि बीमारी को न्यौता दे रही है। ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन से मांग की है कि आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए जल्दी से जल्दी भवन बनाए जाए, ताकि बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों में भेज सके। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों के पास सफाई का भी विशेष ध्यान रखा जाए, ताकि बच्चों का स्वास्थ्य ठीक रहे।

उधर, बिझड़ी ब्लॉक सीडीपीओ एचडी भाटिया ने बताया कि ऐसे काफी आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जिनके लिए अभी तक भवन नहीं बन पाए हैं। उन्होंने कहा कि इस बारे में उच्च अधिकारियों को कई बार अवगत करवा चुके हैं। उन्होंने कहा कि पंचायतों में आंगनबाड़ी केंद्रों को बनाने के लिए जमीन न मिलने के कारण इन भवनों का निर्माण हो पा रहा है। जमीन मिलने पर इन आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए भवन बना दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आठ आंगनबाड़ी केंद्रों के भवनों का निर्माण किया जा रहा है।